उपायुक्त यासीन एम. चैधरी ने आगामी वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिए मनरेगा अभिसरण योजना पर चर्चा हेतु एक बैठक की अध्यक्षता की।अतिरिक्त जिला विकास आयुक्त पुंछ संदेश कुमार शर्मा, सहायक आयुक्त विकास शफीक मीर, सीईओ पीडीए डॉ. मोहम्मद तनवीर, पीओ आईसीडीएस खालिद हुसैन वफ़ा, मुख्य पशुपालन अधिकारी डॉ. यूनिस, आईडब्ल्यूएमपी नहीम उन निसा भट्टी, एक्सईएन आरईडब्ल्यू, जिला भेड़ पालन अधिकारी, आशीष महाजन के अलावा एईई आरईडब्ल्यू ने बैठक में भाग लिया।
बैठक में संसाधन उपयोग को अनुकूलित करने और विकासात्मक पहलों की प्रभावशीलता को बढ़ाने के लिए विभिन्न विभागों के बीच अभिसरण के अवसरों की खोज पर ध्यान केंद्रित किया गया।बैठक के दौरान महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम (मनरेगा) योजना के साथ विभागीय योजनाओं के अभिसरण का आकलन और रणनीति बनाने पर विस्तृत चर्चा की गई। उपायुक्त ने सभी संबंधित विभागों को अपने अगले वर्ष की योजनाओं को मनरेगा परियोजनाओं के साथ जोड़ने का निर्देश दिया।
उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि जिन क्षेत्रों में धन की कमी है, वहां परियोजनाओं को पूरा करने के लिए मनरेगा के साथ अभिसरण को प्राथमिकता दी जानी चाहिए।डीसी ने संबंधित विभागों को योजना को अंतिम रूप देने में तेजी लाने और इसे पूरा करने की दो दिनों की समयसीमा निर्धारित करने को कहा।उपायुक्त ने रोजगार के अवसर प्रदान करने, ग्रामीण आजीविका को बढ़ावा देने और सतत विकास को बढ़ावा देने में मनरेगा के महत्व पर प्रकाश डाला।