पंजाब के सबसे आधुनिक शहर साहिबज़ादा अजीत सिंह नगर, रूपनगर और श्री फ़तेहगढ़ साहिब को शिक्षा केंद्र के तौर पर विकसित किया जायेगा। यह प्रगटावा पंजाब के स्कूल शिक्षा मंत्री स. हरजोत सिंह बैंस ने आज यहाँ इंडियन स्कूल आफ बिज़नस में चल रहे पाँचवे इनवैस्टरज़ पंजाब सम्मेलन के दौरान हुए ‘‘शिक्षा, अनुसंधान और हुनर’’ विषय पर हुए सैशन को संबोधन करते हुये किया।
उन्होंने कहा कि पंजाब में उच्च शिक्षा की साखरता दर 76 प्रतिशत है और पंजाब में लड़कों और लड़कियों की शिक्षा पर समान ज़ोर दिया जा रहा है। राज्य की लगभग 48 प्रतिशत आबादी 0-25 साल उम्र वर्ग की है, इसलिए शिक्षा के क्षेत्र में निवेश के लिए पंजाब में अथाह संभावनाएं हैं।
स. बैंस ने कहा कि भारत सरकार के प्रोफारमैंस ग्रेडिंग इंडैक्स में पाँच सर्वोच्च स्थानों में से चार स्थान पंजाब ने हासिल किये हैं। इसके साथ ही नीति आयोग की इनोवेशन इंडैक्स रिपोर्ट-2020 के अनुसार पंजाब राज्य देश के उन 10 राज्यों में शुमार है, जहाँ शिक्षित कामगार उपलब्ध हैं। इसके साथ ही हमारे लिए यह गौरव वाली बात है कि गुरू नानक देव यूनिवर्सिटी, अमृतसर ए प्लस प्लस दर्जा हासिल करके देश की सर्वोत्त्म यूनिवर्सिटी बनी है।
शिक्षा मंत्री ने कहा कि हमनें राज्य के सरकारी स्कूलों में बिज़नस ब्लास्टर स्कीम शुरू की और विद्यार्थियों को समय का साथी और उनको उद्योगों की ज़रूरतों के मुताबिक आगामी तैयार करने के लिए आगामी शैक्षणिक वर्ष से पंजाब के सरकारी स्कूलों में पढ़ते विद्यार्थियों को ‘‘उद्यमिता शिक्षा’’ ( इंटरपन्यूर एजुकेशन) दी जायेगी।
पंजाब सरकार की तरफ से शिक्षा के क्षेत्र में किये जा रहे प्रयासों के बारे जानकारी देते हुये उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व वाली सरकार ने राज्य में 117 स्कूल आफ एमिनेंस बनाने का काम शुरू किया है। यह स्कूल 9वीं से 12वीं कक्षा तक होंगे।शिक्षा मंत्री ने कहा कि हमारी सरकार ने सरकारी स्कूलों के प्रिंसिपलों को अंतरराष्ट्रीय स्तर की ट्रेनिंग हासिल करने के लिए सिंगापुर भेजा था और 4 मार्च, 2023 को दूसरा बैच शिक्षा हासिल करने के लिए सिंगापुर भेजा जायेगा।
उन्होंने कहा कि इसके साथ ही आई. आई. एम. नागपुर और अहमदाबाद के साथ भी अध्यापक ट्रेनिंग के लिए बातचीत चल रही है।स. बैंस ने निवेशकों को शिक्षा के क्षेत्र बीच में निवेश का न्योता देते हुये कहा कि हमारा उद्देश्य राज्य में और यूनिवर्सिटियाँ और स्कूल खोलने का है।
सैशन की शुरुआत करते हुये गुरू नानक देव यूनिवर्सिटी अमृतसर के वाइस चांसलर प्रोफ़ैसर जसपाल सिंह संधू ने पंजाब में निवेश करने के सुखद माहौल के बारे रौशनी डालते हुये कहा कि राज्य में शिक्षा का बहुत बेहतर माहौल है। उन्होंने बताया कि राज्य में मौजूदा समय 25 विद्यार्थियों के पीछे एक अध्यापक है और पंजाब के शिक्षा ढांचे में गणित और भाषा पढ़ाने पर विशेष ध्यान दिया जाता है जिस कारण राज्य गणित और भाषा पढ़ाने के मामले में देश में सर्वोत्त्म है।
उन्होंने कहा कि गुरू नानक देव यूनिवर्सिटी को देश की यूनिवर्सिटी ग्रेडिंग संस्था नैक की तरफ से ए प्लस प्लस ग्रेड रैंक दिया गया है जिस कारण गुरू नानक देव यूनिवर्सिटी किसी भी विदेशी यूनिवर्सिटी का कैंपस शुरू कर सकती है जिसके लिए केंद्र सरकार की मंजूरी की भी ज़रूरत नहीं है।
इस मौके पर बोलते हुये शूलनी यूनिवर्सिटी के संस्थापक डाक्टर अतुल खोसला ने कहा कि हमें शैक्षिक संस्थाओं के गेट हर विद्यार्थी के लिए खोल देने चाहिएं जिससे विद्यार्थी शिक्षा हासिल करके नये विचारों के साथ लोगों के लिए रोज़गार के मौके पैदा कर सकें।लैमरिन टैक स्किल यूनिवर्सिटी के चांसलर डाक्टर सन्दीप कौड़ा ने बताया कि लैमरिन यूनिवर्सिटी देश की पहली ऐसी यूनिवर्सिटी है जिसको दुनिया की नामी कंपनी आई. बी. एम. की हिस्सेदारी के साथ चलाया जा रहा है जिसमें दुनिया की ज़रूरत अनुसार बच्चों को शिक्षा देकर भविष्य के लिए तैयार किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि हमारा उद्देश्य पूरी दुनिया को निपुण कामगार मुहैया करवाना है।
सैशन को संबोधन करते हुये आई. आई. टी. रूपनगर के डायरैक्टर प्रोफ़ैसर राजीव अहूजा ने कहा कि आई. आई. टी. रूपनगर ने बहुत कम समय में बेहतरीन इंजीनियर पैदा करने के लिए दुनिया भर में यश अर्जित किया है और देश की नामी शैक्षणिक संस्थाओं को पछाड़ दिया है।
उन्होंने बताया कि वह 30 साल तक स्वीडन में काम करके आए हैं और जब वापिस भारत लौटे तो उनके पास देश की चार नामी आई. आई. टीज़. को हैड करने का मौका था परन्तु उन्होंने पंजाबी होने के नाते बिल्कुल नयी स्थापित हुई आई. आई. टी. रूपनगर को चुना।उन्होंने बताया कि दुनिया की नामी संस्था इम्पलाईमैंट आफ ग्रैजुएट इंजीनियर, फेडरल रिज़र्व बैंक आफ मिनीपोलिस, पैनसिलविनिया यूनिवर्सिटी और यूनिवर्सिटी आफ विस्कांसिन-मैडिसन की तरफ से किये गए सर्वेक्षण में आई. आई. टी. रूपनगर को दुनिया की सर्वोत्त्म शिक्षा संस्था घोषित किया गया है।
इस मौके पर बोलते हुये पलाकशा यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर प्रोफ़ैसर रुद्र प्रताप ने कहा कि अनुसंधान कामों की शुरुआत करने वाली सदियों पुरानी तकशीला यूनिवर्सिटी की तर्ज़ पर हमारी संस्था विद्यार्थियों को शिक्षा प्रदान कर रही है।