नवनीत राणा और विधायक रवि राणा को आज भी कोर्ट से जमानत नहीं मिल पाई। अब कोर्ट सोमवार को इस मामले में सुनवाई करेगा। दोनों पक्षों की दलील पूरी हो चुकी है। आज कोर्ट नंबर 54 में एक गर्मागर्म बहस हुई और इस दौरान बचाव पक्ष ने कहा कि राणा दंपती के केस में मसाला जोड़ना के लिए राजद्रोह की धारा लगाई गई है। वहीं सरकारी पक्ष ने इसे जान बूझ कर सरकार गिराने की साजिश करार देते हुए जमानत का विरोध किया है।
कोर्ट में सुनवाई के दौरान नवनीत राणा के वकील की तरफ से कहा गया कि, आज्ञाकारी नागरिक शर्तों का पालन करता है। जब पुलिस ने राणा को निवेदन किया कि आप मातोश्री मत जाइए और कहा गया कि अगर आप जाएंगे तो लॉ एंड ऑर्डर बिगड़ सकता है। तो उसके बाद वो वहां नहीं गईं। नवनीत राणा की तरफ से पेश हुए वकील ने राजद्रोह मामले का जिक्र करते हुए कोर्ट में कहा कि, मेरे कहने से किसी व्यक्ति की मान मर्यादा कम होती हो या उसका अपमान होता है यह राजद्रोह नहीं होगा। मेरे ख्याल से यह राजद्रोह का मामला तो है ही नहीं। हम किसी ग्रुप के साथ वहां नहीं गए, हम कोई गुंडे लेकर नहीं गए। हम तो अकेले जाना चाह रहे थे। जो भी भीड़ जमा हुई थी वो सरकार के समर्थन में थी, ना नवनीत राणा के समर्थन में थी।
इससे पहले शुक्रवार को पुलिस ने अदालत को बताया कि राजनीतिक प्रतिद्वंद्विता के कारण राणा दंपती ने चुनी हुई सरकार को अस्थिर करने का काम किया है। उन्होंने सीएम उद्धव ठाकरे को हिंदू विरोधी साबित करने के लिए यह सब किया।
राणा दम्पति ने शुक्रवार को उद्धव ठाकरे के घर 'मातोश्री' के बाहर हनुमान चालीसा पढ़ने का ऐलान किया था। राणा दम्पति के इस ऐलान के बाद शनिवार को सुबह से ही उनके घर के बाहर भारी संख्या में शिवसैनिक जुट गए थे। उन्होंने दिनभर राणे दंपत्ति के घर के बाहर हंगामा किया। शिवसैनिकों ने राणे दम्पति पर धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने का आरोप लगाया जिसके बाद राणा दम्पति को गिरफ्तार कर लिया गया था।
जेल से रिहाई के लिए 8 साल की बेटी ने किया था हनुमान चालिसा का पाठ-
आरोही राणा ने कहा- मेरी मम्मी और पापा को जल्द ही छोड़ दिया जाए इसलिए मैं प्रार्थना कर रही हूं। आपको बता दें कि सांसद नवनीत राणा और उनके पति विधायक रवि राणा ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के निवास मातोश्री के बाहर हनुमान चालीसा पाठ करने की चुनौती दी थी। जिसके बाद दोनों पर ही महाराष्ट्र पुलिस ने राज्य की कानून व्यवस्था को चुनौती देने, धार्मिक सौहार्द बिगाड़ने और दंगे भड़काने वाली बयानबाजी के आरोप में गिरफ्तार किया है। अभी नवनीत राणा और उनके पति दोनों जेल में बद हैं।
शिवसेना नेता संजय राउत ने लगाए थे आरोप-
शिवसेना सांसद संजय राउत ने दावा किया था कि निर्दलीय सांसद नवनीत राणा का अंडरवर्ल्ड के साथ कनेक्शन है। नवनीत ने यूसुफ लकड़वाला से 80 लाख रूपये का कर्ज लिया था। राउत ने इस मामले की जांच ED से कराने की मांग की। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि लकड़वाला को ईडी ने गिरफ्तार किया था। उसकी पिछले साल सितंबर में आर्थर रोड जेल में मौत हो गई थी।
क्या था पूरा मामला-
राणा दम्पति ने शुक्रवार को उद्धव ठाकरे के घर 'मातोश्री' के बाहर हनुमान चालीसा पढ़ने का ऐलान किया था। राणा दम्पति के इस ऐलान के बाद शनिवार को सुबह से ही उनके घर के बाहर भारी संख्या में शिवसैनिक जुट गए थे। उन्होंने दिनभर राणे दंपत्ति के घर के बाहर हंगामा किया। शिवसैनिकों ने राणे दम्पति पर धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने का आरोप लगाया। पुलिस में दर्ज करवाई गई शिकायत में शिवसैनिकों ने कहा था कि उनके लिए मातोश्री मंदिर की तरह है। इस बाद नवनीत राणा और उनके पति को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था।