जहांगीरपुरी हिंसा का मुख्य आरोपी मोहम्मद अंसार और सोनू उर्फ यूनुस पुलिस रिमांड पर है। इस मामले में दिन-ब-दिन नए खुलासे हो रहे हैं। जहांगीरपुरी हिंसा मामले में गोली चलाने वाला सोनू दिल्ली पुलिस की रिमांड में एक-एक राज उगल रहा है। दिल्ली पुलिस ने सोनू को उसके घर से तकरीबन 500 मीटर दूर से गिरफ्तार किया था।
सोनू उर्फ यूनुस अपने घर के पास किसी से पैसे लेने के लिए आया था ताकि फरारी के दौरान वह पैसे का इस्तेमाल कर सके। गोली चलाने के बाद सोनू को ये मालुम था कि उसकी गिरफ्तारी तय है। इसी वजह से वो पैसे लेने के लिए पहुंचा था। ABP न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक टेक्निकल सर्विलांस और लोकल इंटेलिजेंस की मदद से पुलिस को ये भनक लग गई थी कि सोनू जहांगीरपुरी में अपने घर के पास आने वाला है और जैसे ही सोनू उर्फ यूनुस अपने घर के पास पहुंचा तो दिल्ली पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया।
सूत्रों की माने तो सोनू उर्फ यूनुस के 8 भाई हैं और उसके 4 भाई भी गुनाह की दलदल में कूद चुके हैं। सोनू और उसके चार भाइयों पर गंभीर धाराओं में मुकदमे दर्ज हैं। सोनू का एक भाई जिसका नाम हुसैन है उसके ऊपर तकरीबन 40 मुकदमे दर्ज हैं। सोनू उर्फ यूनुस का एक भाई जिसका नाम अयूब अली है वो पिछले तकरीबन 2 महीने से दिल्ली की जेल में बंद है। सोनू और उसके भाई इलाके में चिकन बेचने का काम करते हैं सोनू जहांगीर पुरी में ही चिकन का ठेला लगाता था, इसलिए उसे सोनू चिकना कहकर भी बुलाया जाता था।
सात दिन पहले ही रची गई थी साजिश
जहांगीरपुरी हिंसा एक सोची-समझी साजिश का नतीजा थी और इसके लिए पहले से ही तैयारी कर ली गई थी। इस हिंसा की साजिश एक सप्ताह पहले ही रच गई थी, जिसे अंजाम देने के लिए छतों पर पत्थर, रोड और ईंटें जमा कर ली गई थी। इस सारी हिंसा का मास्टरमाइंड अंसार ही है। रिपोर्ट के मुताबिक रामनवमी वाले दिन अंसार ने करीब एक दर्जन लोगों के साथ कुशल चौक के पास एक बैठक की थी। इसी बैठक में हिंसा की पूरी प्लानिंग की गई थी। इस मीटिंग में यह तय हुआ था कि हनुमान जयंती की शोभायात्रा को कुशल चौक से नहीं गुजरने दिया जाएगा।
क्या है जहांगीरपुरी हिंसा
16 अप्रैल को हनुमान जयंती पर निकाली गई शोभायात्रा के दौरान पथराव के बाद दो समुदाय के लोगों के बीच हिंसा भड़क गई थी, जिसमें एक आम नागरिक और आठ पुलिसकर्मी घायल हो गए थे। दिल्ली पुलिस ने इस मामले में अब तक दोनों समुदायों के 25 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया गया है और जिसमें अंसार को मुख्य आरोपी बताया जा रहा है।