पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने आज श्री अकाल तख़्त साहिब के जत्थेदार सिंह साहिब ज्ञानी हरप्रीत सिंह से अपील की कि शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी को श्री हरिमंदिर साहिब, अमृतसर से गुरबानी कीर्तन के सीधे प्रसारण के लिए सभी टीवी और रेडियो चैनलों को अधिकार देने के आदेश दिए जाएँ।इसका मकसद गुरबानी कीर्तन की पहुँच अधिक से अधिक यकीनी बनाना है जिससे कोई भी श्रद्धालु कीर्तन सुनने से वंचित न रहे।तख़्त श्री दमदमा साहिब में जत्थेदार साहिब को निजी तौर पर पत्र सौंपते हुए मुख्यमंत्री चन्नी ने कहा कि जैसे सिख संगत पाकिस्तान में रह गए पवित्र गुरूधामों के ‘‘खुले दर्शन दीदारों’’ के लिए इच्छा रही है, उसी तरह ही सिख संगत की सचखंड श्री हरिमंदिर साहिब से हर समय ‘‘खुले प्रसारण’’ की भी हमेशा तीव्र इच्छा रही है।इस दौरान मुख्यमंत्री ने जत्थेदार साहिब को भरोसा दिया कि इस कार्य के लिए अपेक्षित ढांचा बनाने या आने वाले अन्य खर्चों के लिए अपेक्षित राशि पंजाब सरकार सहने को तैयार है। इस समय सिर्फ़ एक चैनल को गुरबानी कीर्तन के सीधे प्रसारण के हक देकर शिरोमणि कमेटी आप ही गुरबानी के रौशनी को कीर्तन के द्वारा घर-घर पहुँचने के रास्ते में रोड़ा बन रही है।मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि इस समय शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी की तरफ से सिर्फ़ एक सीमित प्रसारण घेरे वाले और एक परिवार की मालिकी वाले पंजाबी चैनल को कुछ रकम के बदले सचखंड श्री हरिमंदिर साहिब से होते गुरबानी कीर्तन के सीधे प्रसारण के हक दिए हुए हैं और यह फ़ैसला किसी तरह भी दरुसत नहीं माना जा सकता। मुख्यमंत्री ने कहा कि शिरोमणि अकाली दल का शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के जनरल हाऊस में बहुमत है और उसने 1996 और 2004 में हुई शिरोमणि कमेटी के चुनाव के लिए जारी किये गए अपने चुनाव मैनीफैस्टो में सिख संगत के साथ यह वायदा किया था कि गुरबानी कीर्तन के सीधे प्रसारण के लिए शिरोमणि कमेटी अपना टीवी चैनल स्थापित करेगी। मुख्यमंत्री ने जत्थेदार साहिब को इस अति गंभीर और अहम मामले सम्बन्धी शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी को ज़रूरी हिदायतें देने की विनम्र विनती की।