सिक्ख धर्म के संस्थापक गुरू नानक देव जी के फलसफे कीरत करो और वड छको को सही अर्थों में अपनी ज़िंदगी में लागू करके बिना किसी स्वार्थ के दिन -रात दीन दुखियों की सेवा में जुटे दुबई के प्रसिद्ध कारोबारी और सरबत का भला ट्रस्ट के संस्थापक डा. एस पी सिंह ओबराए की तरफ से करोना महामारी दौरान प्रभावित हुए जरूरतमंद परिवारों को सुखा राशन बाँटने की शुरू की गई मुहिम के अंतर्गत अब अफगानिस्तान से उजड़ कर भारत आए 20 हज़ार के करीब शरनारथियों को तीन महीनों के लिए सुखा राशन और मैडीकल से सम्बन्धित सामान देने का फ़ैसला लिया गया है।इस सम्बन्धित जानकारी देते हुए ट्रस्ट के प्रमुख डा.एस.पी. सिंह ओबराए ने बताया कि दिल्ली की समाज सेविका नविता श्रीकांत के द्वारा अफगानिस्तान की अम्बैसी ने उनके साथ संपर्क कर उन को बताया था कि अफगानिस्तान से उजड़ कर भारत आए करीब 20 हज़ार शरनारथियों की कोरोना महामारी कारण पैदा हुए हालातों में दयनीय हालत बनी हुई है और कोई कामकार न होने के कारण उनको इस समय राशन और मैडीकल के साथ सम्बन्धित सामान की सख़्त ज़रूरत है। जिस बाद उन्होंने बताया कि अम्बैसी की इस माँग को तुरंत पूरा करते हुए उन्होंने फ़ैसला किया है की सभी शरनारथियों को सर्बत का भला चैरिटेबल ट्रस्ट की तरफ से तीन महीने तक सुखा राशन और मैडीकल से सम्बन्धित सामान उपलब्ध करवाया जायेगा।
डा.ओबराए ने बताया कि इस सम्बन्धित आज अफगानिस्तान के अम्बैसडर फरीद मामुन्दजई के साथ हुई जूम मीटिंग दौरान उनको बताया गया है कि सर्बत का भला चैरिटेबल ट्रस्ट की तरफ से दिल्ली, पुना, हैदराबाद और कलकत्ता आदि शहरों में रह रहे सभी शरनारथियों को हर महीने 30 किलो सुखा राशन दिया जायेगा। राशन की एक किट में 15 किलो आटा, 5किलो चावल,3किलो दाल, 3किलो चीनी, 2किलो न्यूटरी और 2 लीटर खाना बनाने वाला तेल शामिल होगा। उन्होंने बताया कि पूरे राशन व मैडीकल के सामान पर ट्रस्ट का कुल 2 करोड रुपए ख़र्च आऐगा। उनहोंने यह भी बताया है कि पहले महीनो का राशन ईद से पहले ही प्रभावित शरनारथियों के पास पहुंचा दिया जायेगा जब कि मैडीकल का सामान कल ही पहुंचा दिया जायेगा। डा.ओबराए ने बताया कि उन्होंने अम्बैसी को यह भी विसवाश दिलाया है कि यदि भविष्य में भी कोई ऐसी ज़रूरत पड़ती है तो ट्रस्ट उन का साथ देगा।गौरतलब है कि मीटिंग दौरान डा.ओबराए की तरफ से अफगानिस्तान के शरनारथियों के इलावा पूरी दुनिया अंदर जरूरतमंद लोगों के लिए किए जा रहे उपकारों के लिए उन का विशेष धन्यवाद करते हुए अम्बैसडर फरीद मामुन्दजई ने कहा कि किसी भूखे के पेट में दाना डालना सब से बड़ा परोपकार है। उन्होंने यह भी कहा कि महौल ठीक होने उपरांत पटियाले आकर डा.ओबराए को निजी तौर मिल उनका शुक्रिया करेंगे।इस मीटिंग दौरान ट्रस्ट के मैंबर रवीन्द्र सिंह रोबिन भी मौजूद थे।