मुबारक माह रमजान की शुरूआत चांद दिखने के साथ ही 13 अप्रैल को हो गई थीं। रमजान का चांद नजर आते ही उसी रात से तरावीह नमाज शुरू हो जाती है। ईशा की नमाज के बाद 20 रकआत तरावीह की नमाज अदा की जाती है। पूरे रमजान चलने वाली तरावीह में हाफिज पूरा कुरआन शरीफ सुनाते हैं। लेकिन इस बार ऐसा नही हो सका कोरोना संक्रमण को देखते हुए जल्दी कुरआन शरीफ मुकम्मल किया जा रहा है। जिसके तहत शहर की लगभग सभी मस्जिदों में 12, 13 या 15 दिन की तरावीह की नमाज को अदा कि जा रहा है। खास नमाज जिसे नमाजे-ए-तरावीह कहा जाता है। उसे रात में ईशा की नमाज के बाद अदा करते हैं। इस दौरान अपने दोस्तों, रिश्तेदारों और अपने मुल्क और दुनिया में अमन के लिए दुआएं मांगते हैं। नमाजे तरावीह महिला और पुरुष दोनों पढ़ते हैं, जहां महिलाएं घर में नमाज तरावीह अदा करती है तो वहीं पुरुष मस्जिदों में इस खास नमाज को अदा करने के लिए पहुंचते हैं। पिछले वर्ष रमजान लॉकडाउन की बंदिशों में गुजर गया था और विश्वविख्यात इस्लामिक शिक्षण संस्था दारुल उलूम ने लॉकडाउन में आए रमजान माह को लेकर देशभर के मुसलमानों के लिए फतवा जारी किया था। जिसमे मुफ्तियों ने मुसलमानों से रमजान की विशेष नमाज तरावीह घरों में ही रहकर अदा करने को कहा था। कोरोना संक्रमण के चलते देशभर में लॉकडाउन घोषित था। जिसके चलते सभी धार्मिक स्थलों को भी एहतियात के तौर पर बंद कर दिया गया था। इसी कारण तरावीह की नमाज लोगो ने अपने घरों में ही अदा की थी।
लेकिन इस साल लोगो ने तरावीह की नमाज मस्जिदों में ही अदा की। जिसमे सोशल डिस्टेंसिंग जैसे नियमो का खासा ख्याल रखा गया। अलग अलग मस्जिदों में कोरोना की गाइडलाइन के मुताबिक कम संख्या में नमाजियों के साथ तरावीह की नमाज अदा की जा रही है। वहीं 11वें रोजे की रात चांद की 12वीं शब शनिवार को इकरा मस्जिद में कुरान शरीफ मुकम्मल किया गया। सराय निवासी मौलाना मोहम्मद मोहसिन ने इकरा मस्जिद में कुरान शरीफ सुनाया और मुकम्मल किया। खत्म शरीफ के मौके पर मस्जिद के मौलाना मोहसिन ने मुल्क व दुनियां भर में फैल रही कोविड बीमारी के खतम होने के लिए दुवाएं खैर करी और लोगो से एहतियात बरतने और घरों में ही रहने की अपील की। मौलाना मोहम्मद मोहसिन ने मस्जिद के माध्यम ओर मिंबर से ये बात कुरान-ए-करीम के मुकम्मल होने के मौके पर और दुवाएं मजलिस-ए-खत्म शरीफ पर लोगो से अपील करते हुए फरमाया कि सभी हजरात और तमाम अहले इस्लाम ही नहीं बल्कि पुरे मुल्क में बसने वाले लोग दुनिया भर में फैल रही महामारी का सभी हजरात ख्याल रखें और अपनी सेहत की हिफाजत रखे। मस्जिदों, इबादतगाहों में मास्क व सोशल डिस्टेंसिंग का खास ख्याल रखे। इस महामारी को हल्के में ना ले। मौलाना ने खास तौर से मुस्लिम समाज से अपील करते हुए इस बीमारी को हल्के में ना लेने की अपील करते हुए सरकारी गाइड लाइन का पालन करने को कहा। इस अवसर पर मौलाना मोहम्मद मोहसिन ने सभी मस्जिदों के इमाम और जिमेदारों से अपील करते हुए कहा कि मस्जिद में नमाज अदा करते वक्त दूरी बरतने जैसे नियमो का पालन करे ओर सभी भाइयों को मस्जिद में मास्क पहने रखने के लिए कहे और घरों में ही इबादत करे और मुल्क में फैल रही इस बीमारी के खतम होने के लिए अल्लाह से दुआ करें।