उपराज्यपाल के सलाहकार के.के. शर्मा ने स्कूली छात्रों को स्थानीय सांस्कृतिक इतिहास को पाठयक्रम में पढाये जाने हेतु आवश्यकता पर जोर दिया।उन्होंने हरवान में प्राचीन बौद्ध स्थल के दौरे के दौरान अधिकारियों को बातचीत के दौरान कहा। इस अवसर पर उनके साथ भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई), पर्यटन और अन्य विभागों के अधिकारी भी थे।सलाहकार ने स्थानीय इतिहास और इसके महत्व के बारे में बताते हुए कहा कि स्थानीय सांस्कृतिक इतिहास युवा परंपराओं और भारतीय उप-महाद्वीप में मौजूद सांस्कृतिक स्थलों के बारे में युवा दिमाग को जागरूक करने हेतु एक महत्वपूर्ण रेफरल स्रोत है। अतिरिक्त गौरवशाली अतीत में अपनेपन और गर्व की भावना को प्रभावित करता है।सलाहकार ने पर्यटन विभाग के अधिकारियों को यह भी निर्देश दिया कि वे इस स्थल को विकसित करने के लिए एक व्यापक परियोजना के रूप में भारत के पुरातत्व सर्वेक्षण के सहयोग से एक प्रमुख तीर्थ पर्यटन स्थल विकसित किया जाये, ताकि अतिरिक्त पर्यटकों की भरमार विदेषों से आ सकें। उन्होंने कहा कि यह इतिहास का एक समृद्ध भंडार है और शोधकर्ताओं को अपने शोध को आगे बढ़ाते हुए एक महत्वपूर्ण संदर्भ बिंदु प्रदान कर सकता है।इस अवसर पर सलाहकार ने अधिकारियों को साइट की ओर जाने वाली सड़क की मरम्मत के निर्देश दिए, अतिरिक्त विभिन्न व्यक्तिगत स्थानों को ऐतिहासिक महत्व को दर्षाने हेतु साइन बोर्ड लगाने को कहा।