जम्मू-कश्मीर के बारे में मीडिया की सार्वजनिक धारणा को बदलने की आवश्यकता पर बल देते हुए, राज्यपाल के सलाहकार खुर्शीद अहमद गनई ने आज देश के प्रमुख टूर ऑपरेटरों से पर्यटकों को जम्मू-कश्मीर भेजने की शुरुआत करने का आग्रह किया, ताकि वे राज्य के विविध वैभव को फिर से देखें।गनई ने यह बात आज जम्मू-कश्मीर पर्यटन विभाग, होटलियर्स क्लब जेएंडके और महाराष्ट्र टूर ऑपरेटर्स एसोसिएशन द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित किये गये एक प्रभावशाली टूरिज्म सम्मेलन में कही।सचिव पर्यटन रिग्जिन सैम्फिल, निदेशक पर्यटन कश्मीर निसार अहमद वानी, निदेशक पर्यटन जम्मू, ओ.पी. भगत तथा गणमान्यों के अलावा अन्य प्रतिनिधियों ने भी सम्मेलन को संबोधित किया।गनई ने कहा, ‘‘हम यहां आपको आश्वस्त करते हैं कि कश्मीर पर्यटकों के लिए उतना ही सुरक्षित है जितना कि देश का कोई भी हिस्सा। यह निरंतर अरचनात्मक मीडिया अभियानों के कारण है कि कश्मीर के बारे में नकारात्मक धारणा बन रही है,‘‘ और कहा कि कश्मीर के बारे में इन आशंकाओं को दूर करने और राज्य के वैभव और आतिथ्य का आनंद लेने के लिए पर्यटकों को सुविधा प्रदान करने हेतु देश भर में इसी तरह के आयोजनों की एक श्रृंखला शुरु की जा रही है।
गनई ने कहा कि हमने मुंबई से शुरुआत की है, क्योंकि जम्मू-कश्मीर में देश के पश्चिमी हिस्से से पर्यटकों की भारी संख्या आती है। उन्होंने कहा कि सरकार अगले महीने ट्यूलिप फेस्टिवल के आसपास श्रीनगर में एक टूरिज्म कॉन्क्लेव की योजना बना रही है। उन्होंने कहा कि इस साल ट्यूलिप के खिलने में देरी हुई क्योंकि भारी बर्फबारी के कारण ठंड बढ़ गई थी।गनई ने कहा कि कश्मीर में, हरे-भरे घाटियों और घास के मैदानों के साथ, एक आकर्षण बना हुआ है, लद्दाख और जम्मू में पर्यटकों का प्रवाह भी काफी बढ़ गया है। उन्होंने कहा कि माता वैष्णो देवी श्राइन के लिए तीर्थयात्रियों के विशाल प्रवाह के अलावा, जम्मू को एक स्वतंत्र अवकाश गंतव्य के रूप में बढ़ावा देने के लिए कदम उठाए गए हैं। इस अवसर पर सम्बोधित करते हुए, सचिव पर्यटन रिग्जिन सैम्फिल ने जम्मू, कश्मीर और लद्दाख में अद्वितीय पर्यटक आकर्षणों के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने कहा कि विभाग में फिल्मों की शूटिंग के लिए बहुत पूछताछ हो रही है और कुछ बड़े कार्यक्रम प्रगति पर हैं।जम्मू-कश्मीर राज्य के पर्यटन क्षेत्र के लिए अपना समर्थन दिखाने के लिए महाराष्ट्र और गुजरात के 200 से अधिक ट्रैवल एजेंटों, टूर ऑपरेटरों, गंतव्य प्रबंधन कंपनियों और पर्यटन प्रचारकों ने भाग लिया।