राज्यपाल के सलाहकार के. विजय कुमार ने कहा कि आयुर्वेद चिकित्सा अपनी प्रभावशीलता के कारण देश भर में लोकप्रियता हासिल कर रही है और वैकल्पिक चिकित्सा प्रणाली के रूप में इसे और बढ़ावा देना होगा।सलाहकार ने यह बात आज आयुर्वेद के निजी चिकित्सकों के लिए दो दिवसीय ‘सतत चिकित्सा शिक्षा कार्यक्रम’ के उद्घाटन समारोह के दौरान कही।यह कार्यक्रम आयुष मंत्रालय भारत सरकार द्वारा प्रायोजित और निखिल भारत वर्षीय आयुर्वेद विद्यापीठ द्वारा आयोजित किया गया।सलाहकार ने कहा कि आयुर्वेदिक उपचार में रोगियों का विष्वास बढ़ रहा है क्योंकि यह बिना किसी दुष्प्रभाव के है। उन्होंने कहा कि आयुर्वेद उपचार के तेजी से विकास के लिए एक सकारात्मक वातावरण है और इसकी प्रभावशीलता को और बढ़ाने के लिए अनुसंधान को प्राथमिकता दी जानी चाहिए।कुमार ने कहा कि बेहतर स्वास्थ्य देखभाल राज्यपाल के प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है और राज्य के भीतर दवाओं की आयुष प्रणाली को बढ़ावा देने के लिए कई जागरूकता शिविर आयोजित किए गए।उन्होंने कहा कि देश में कई लोग वैकल्पिक चिकित्सा प्रणालियों और उपचारों की ओर रुख कर रहे हैं, जैसे यूनानी, सिद्ध, प्राकृतिक चिकित्सा और होम्योपैथी।उन्होंने आशा व्यक्त की कि आने वाले वर्ष में चिकित्सा की पारंपरिक प्रणालियों को बढ़ावा देने के लिए बेहतर और प्रभावी नीतियां बनाई जाएंगी।सलाहकार ने आयोजकों को भविष्य में इस तरह के सम्मेलन आयोजित करने का सुझाव दिया और साथ ही वैकल्पिक चिकित्सा उपचार के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए कहा।पी.जी. स्कॉलर्स, जेआईएआर जम्मू, आयुर्वेद जम्मू के निजी चिकित्सक और विभिन्न क्षेत्रों के लोग भी इस अवसर पर उपस्थित थे।