वन धरती पर पानी को सोखने और छोड़ने तथा वनस्पतियों व जीवों के प्राकृतिक वास संतुलन बनाए रखने में बड़ी भूमिका निभाते हैं। वन पृथ्वी पर प्राकृतिक सौंदर्य हैं जिन्हें संतुलन बनाए रखने के लिए संरक्षित करना बहुत आवश्यक है।वन, पर्यावरण एवं पारिस्थितिकीय मंत्री चौधरी लाल सिंह ने जिला कठुआ की तहसील मढ़ीन के गांव होरे में लकड़ी बिक्री डिपो का उद्घाटन करते हुए ये बात कही। उद्घाटन के दौरान विधायक हिरानगर कुलदीप राज भी उपस्थित थे।बिक्री डिपो का उद्घाटन करने के बाद सभा को संबोधित करते हुए, लाल सिंह ने कहा कि वन पेड़ों का समुदाय हैं जो एक बड़े श्रेणी के पशुओं को आवास एवं आश्रय प्रदान करते हैं और इसके नीचे की मिट्टी वनस्पतियों व जीवों के विभिन्न प्रकार के संतुलन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि यदि हम ग्लोबल वार्मिंग के प्रभाव को रोकने में असमर्थ हैं, तो यह हमारे मौसम को बदल देगा और इससे किसानों को काफी नुकसान पहुंचेगा और उनकी आमदनी पवर असर पड़ेगा।वन विभाग के अंदर और बाहर हरियाली को बनाए रखने और विकास में सामाजिक वानिकी विभाग के महत्व को रेखांकित करते हुए मंत्री ने कहा कि विभाग वृक्षारोपण अभियान के आयोजन से वृक्षारोपण की आवश्यकता के बारे में जनता के बीच जागरूकता पैदा करके वृक्ष की संख्या को बढ़ाने के लिए अविरत रूप से काम कर रहा है।
लाल सिंह ने कहा कि हरियाली को संरक्षित करने, पेड़ों की रक्षा करने और सभी गांवों, हमारे घरों, सड़क पक्षों, नहर बैंकों, स्कूलों और अन्य संस्थानों के आसपास उपलब्ध क्षेत्रों में बड़े पैमाने पर वृक्षारोपण करना हमारा नैतिक कर्तव्य है।विधायक हिरानगर, कुलदीप राज ने कहा कि पौधे मानव सभ्यता के जीवन के लिए महत्वपूर्ण हैं, ये न केवल स्वच्छ हवा, विभिन्न पशु प्रजातियों के लिए निवास स्थान प्रदान करते हैं, बल्कि मिट्टी के क्षरण को रोकने और पारिस्थितिक संतुलन बनाए रखने के अलावा बाढ़ जैसे विभिन्न प्राकृतिक और मानव निर्मित आपदाओं को रोकने में मदद करते हैं। उन्होंने मंत्री से सीमावर्ती निवासियों को सुविधाजनक बनाने के लिए सीमा क्षेत्रों में अधिक लकड़ी बिक्री डिपो खोलने के लिए भी अपील की।बाद में, लाल लाल सिंह तथा कुलदीप राज ने प्राथमिक स्कूल, होरे में आयोजित पौधारोपण अभियान में भी भाग लिया।समारोह में चेयरमैन राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड बी सिद्धार्थ कुमार, वन मुख्य संरक्षक फारूक गिलानी, एमडी एसएफसी सुरेश गुप्ता, निदेशक सामाजिक वानिकी अश्विनी गुप्ता, सदस्य सचिव पीसीबी समीर भारती, डीएफओ, तहसीलदार, टीएसओ, एसडीपीओ बॉर्डर और ग्रामीणों ने बड़ी संख्या में उपस्थित थे।