आम आदमी पार्टी (आप) के नेता कुमार विश्वास पार्टी की राजनीतिक मामलों की समिति (पीएसी) की बैठक में शामिल होने के लिए बुधवार को अरविंद केजरीवाल के आवास पहुंचे। बैठक का उद्देश्य पार्टी में संरचनात्मक बदलाव लाने हेतु कुछ मुख्य कदम उठाना है।आम आदमी पार्टी में दरार मंगलवार को उस समय बढ़ गई जब कुमार विश्वास ने पार्टी के वरिष्ठ नेताओं पर उनके खिलाफ साजिश करने का आरोप लगाया।कुमार विश्वास को शांत करने के लिए केजरीवाल मंगलवार को गाजियाबाद स्थित उनके घर पहुंचे। वहां उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया, आप नेता संजय सिंह और आशुतोष पहले से ही मौजूद थे।
कुमार विश्वास ने पार्टी के वरिष्ठ नेताओं पर उनके खिलाफ साजिश करने का आरोप लगाते हुए पार्टी छोड़ने का संकेत दिया था।इस पर कुमार विश्वास के बचपन के दोस्त सिसोदिया ने कहा कि विश्वास को पार्टी फोरम के जरिए अपना पक्ष रखना चाहिए।विश्वास ने मुद्दों को मीडिया के सामने न उठाने के पार्टी के निर्देश की अवहेलना करते हुए कहा, "मैं जानता हूं कि मुझे निशाना बनाया जा रहा है। मेरी छवि धूमिल करने की कोशिश की जा रही है, लेकिन मैं उन साजिशकर्ताओं को बताना चाहता हूं कि मैं आपको ऐसा करने नहीं दूंगा।"कुमार विश्वास ने हालांकि किसी का नाम नहीं लिया, लेकिन उनका इशारा स्पष्ट था।
कुमार का इशारा ओखला से पार्टी के विधायक अमानातुल्ला खान की ओर था, जिन्होंने कुमार विश्वास को भाजपा-आरएसएस का एजेंट बताया था।अमानातुल्ला ने रविवार को कहा था कि कुमार विश्वास पार्टी तोड़ने की कोशिश कर रहे हैं और वह केजरीवाल के खिलाफ साजिश रच रहे हैं।विश्वास ने आप की गलतियां गिनाते हुए कहा कि वह देशहित में बोलना जारी रखेंगे।कुमार विश्वास ने पूछने पर कि क्या वह आम आदमी पार्टी छोड़ देंगे, कहा, "मैं आज रात इस पर फैसला लूंगा और आपको जल्द बता दूंगा।"उन्होंने कहा कि वह किसी अन्य राजनीतिक दल या स्वराज आंदोलन में शामिल नहीं होंगे।विश्वास मीडिया से बात करते हुए भावुक हो गए। उन्होंने कहा, "मैंने इसके लिए आंदोलन में हिस्सा नहीं लिया था।"