युनिवर्सल गु्रप आफ इंस्टीटूशन्स द्वारा अपने छात्रों को पढ़ाई के बाद नौकरी ढूंढऩे की बजाए नौकरी देने के तरीकों से अवगत करवाने के लिए एक सैमिनार का आयोजन किया गया। इस दौरान छात्रों को प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा शुरू की गई नई स्कीम स्टार्ट अप इंडिया व स्टेंड अप इंडिया की तर्ज पर उद्यौग जगत के माहिरों ने भविष्य के मैनेजरों व इंजीनियरों को कीमती जानकारी दी। काबिलेजिक्र है कि युनिवर्सल गु्रप द्वारा एक स्वरोजगार सेल चलाया जा रहा है जो कि छात्रों को उनके उज्जवल भविष्य का रास्ता बनते हुए नया व्यापार शुरू करने के लिए जरूरी जानकारी उपलब्ध करवाता है। इसी कड़ी में इस एक दिवसीस सैमिनार का आयोजन किया गया जिस में मशहूर उद्योगपति हरिंदर मावी और एच आर डी कंपनी के सी ई ओ रजनीश विज्ज ने ख़ास तौर पर शिरकत करते हुए सबंधित विषय पर छात्रों को कीमती जानकारी दी।हरिंदर मावी ने जानकारी देते हुए बताया कि किसी भी छोटे उद्यौग को शुरू करने पर सरकार उत्पादक के बनाए माल का 20 प्रतिशत खुद खरीद लेती है ताकि उत्पादक अपना काम आसानी से बढ़ा सके।
इसके साथ ही उन्होंने सरकार द्वारा जारी की जा रही स्कीमों व सबसिडी से मिलने वाले कर्ज , छोटे व मध्य दर्ज की ईकाईयों के लिए केन्द्र सरकार की के्रडिट ग्रांट स्कीम, मुफ्त कर्ज की सुविधा आदि की जानकारी भी दी।जबकि रजनीश विज्ज ने छात्रों को स्वरोजगार का मतलब, स्वरोजगार की कुशलता के अवसर, स्वमूलांकण व कैरियर के विकास की योजना संबंधी जानकारी, युवाओं को रोजगार शुरू करते समय पेश आने वाली दिक्कतें जैसी अहम जानकारी दी गई। इसके साथ ही छात्रों को नया व्यापार शुरू करने के तरीके, व्यापार नीति बनाने, कानूनी नुक्तों की जानकारी, फाईनांस व मार्केटिंग संबंधी भी अहम जानकारी दी गई।इस अवसर पर युनिवर्सल गु्रप के चेयरमैन डा गुरप्रीत सिंह ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि आज भारत की युवा पीढ़ी को नौकरी ढूंढऩे की बजाए स्वरोजगार के अवसर तलाशने चाहिए ताकि एक नए भारत की स्थापना की जा सके । इसके साथ ही शैक्षिक संस्थाओं की भी यही जिम्मेदारी बनती है कि समय की मांग को देखते हुए छात्रों को टैक्निकल शिक्षा देने के साथ साथ उन्हें स्वरोजगार शुरू करके उद्यमी बनने के तरीके बताए जाएं। यह वर्कशाप भी इसी बात को ध्यान मे रखते हुए आयोजित की गई थी, जो पूरी तरह सफल रही।