वेस्ट हाईलेंडर इमिग्रेशन, सेक्टर 34 चंडीगढ़ द्वारा कनाडा जाने व वहां जाकर बसने के इच्छुक लोगों के लिए सैमिनार का आयोजन किया गया। इस सैमिनार में पंजाब, हरियाणा व हिमाचल प्रदेश के विभिन्न जिलों से कनाडा जाकर बसने के इच्छुक लोगों ने भाग लिया। कुल चार भागों में आयोजित इस एक दिवसीय सैमिनार में लगभग तीन सौ छात्रों व कार्य करने वाले लोगों ने भाग लिया। इस अवसर पर वेस्ट हाईलेंडर की डायरेक्टर परविन्द्र कौर, जो कनाडा कोर्स ग्रेजुएट हैं व सरकारी मान्यता प्राप्त एडवाईजर हैं, ने जानकारी देते हुए बताया कि कनाडा में पढ़ाई के बाद कानूनी तौर पर पक्के होने के लिए सही कोर्स का चयन करना चाहिए। उन्होंने कहा कि आम तौर पर कनाडा जाने के इच्छुक छात्र सिर्फ कनाडा जाने का सपना ता देख रहे होते हैं, जबकि पढ़ाई करने जाने और पढ़ाई के बाद पक्का होने में सहायक कोर्स के लिए वे अधिक गहराई में नहीं जाते। जो आगे जाकर उनके लिए मुश्किल बन जाती है। परिवन्द्र कौर ने बताया कि कनाडा में पोस्ट ग्रेजुएशन वर्क परमिट प्रोग्राम के तहत वहां कार्य करने के अवसर व पक्के तौर पर पर्मानेंट रेजिडेंसी अप्लाई करने के अवसर मिलते हैं। कनाडा सरकार द्वारा कुछ नियम बनाए गए हैं और सही तरीके से उन्हें मानकर पक्के तौर पर कनाडा में रहा जा सकता है।
परविन्द्र कौर ने अपने संबोधन में कहा कि बिनां लाईसेंस वाले एजेंट छात्रों को कनाडा में दाखिला तो दिलवा देते हैं परंतु उन्हें यह पता नहीं होता कि पढ़ाई से संबंधित कोर्स का उस छात्र के बाद में पक्का होने की अगली प्रक्रिया पर क्या असर होगा। इसलिए अपना केस सिर्फ लाईसेंस धारक एडवाईजर से ही लगवाएं। क्योंकि लाईसेंस धारक एडवाईजर न सिर्फ अप्लाई करने की प्रक्रिया को आसाना बनाते हैं बल्कि कनाडा इमीग्रेशन के नियमों अनुसार छात्रों को सही जानकारी भी देते हैं। परविन्द्र कौर अनुसार फाइल लगाते समय की गई थोड़ी सी भी गलती आगे जाकर वर्क परमिट लेने और रेजिडेंसी लेने में रुकावट पैदा कर सकती है। काबिलेजिक्र है कि वेस्ट हाईलेंडर कंपनी पिछले 15 वर्षों से इमीग्रेशन के क्षेत्र में अपना योगदान दे रही है और लोगों तक सही जानकारी पहुंचा रही है।