देश में 'भारत माता की जय' बोलने को लेकर जारी विवाद को 'अनावश्यक व अनुचित' करार देते हुए केंद्रीय अल्पसंख्यक मामलों की मंत्री नजमा हेपतुल्ला ने कहा कि मातृभूमि की स्तुति करने में कोई बुराई नहीं है और धर्म से इसका कोई लेना-देना नहीं है। मंत्री ने एक साक्षात्कार में आईएएनएस से कहा कि आपका 'वतन' (मातृभूमि) चाहे कोई भी हो, आपको उसके प्रति वफादार होना चाहिए।उन्होंने कहा कि इस मामले में कुछ राजनीति हुई है, पर बतौर एक मुस्लिम उन्हें 'भारत माता की जय' बोलने में कोई परेशानी नहीं है।
उन्होंने कहा, "ऐसा कहकर मैं अपने धर्म के खिलाफ कुछ नहीं कर रही हूं। मेरा ईमान इतना कमजोर नहीं है। वास्तव में इसका धर्म से कोई लेना-देना नहीं है। यहां तक कि पैगंबर मोहम्मद ने भी इसका समर्थन किया।"मंत्री ने कहा, "मैं हर मुसलमान से यह पूछना चाहती हूं कि मौत के बाद वे कहां जाएंगे? यह उनकी मातृभूमि होगी, जो उन्हें अपनी गोद में समा लेगी।"उन्होंने हालांकि कहा कि राष्ट्र के प्रति वफादारी दर्शाने के कई तरीके हैं।
इस संबंध में योग गुरु बाबा रामदेव के विवादित बयान पर उन्होंने कहा कि लोगों को ऐसी टिप्पणियां करने से बचना चाहिए और संयम बरतना चाहिए।
उल्लेखनीय है कि रामदेव ने कहा था कि अगर कानून से उनके हाथ नहीं बंधे होते, तो 'भारत माता की जय' न बोलने वालों का वह सिर कलम कर देते।उन्होंने कहा, "मेरी अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता से किसी को ठेस नहीं पहुंचनी चाहिए। बोलते समय हमें सावधानी बरतनी चाहिए।"यह पूछे जाने पर कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विभिन्न नेताओं व पार्टी से संबंधित लोगों की तरफ से इस तरह के बयान से मोदी सरकार के कार्यो व मनोबल पर फर्क पड़ता है या नहीं, मंत्री ने कहा कि वह अपने कार्यो के प्रति केंद्रित रहती हैं और अन्य मंत्री तथा पदाधिकारी भी अपने कार्यो में व्यस्त रहते हैं।
अल्पसंख्यक समुदाय के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व उनकी सरकार की नीतियों के बारे में मंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार देश के प्रत्येक अल्पसंख्यक समुदाय के लिए बहुत कुछ कर रही है।उन्होंने संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) की पिछली सरकार पर किसी भी अल्पसंख्यक समुदाय के लिए कुछ नहीं करने का आरोप लगाते हुए कहा कि वे केवल नरेंद्र मोदी को मुस्लिम विरोधी साबित करने में लगे रहे।उन्होंने तर्क दिया, "पिछली सरकार में अल्पसंख्यकों के हित में कुछ नहीं किया गया।"
हेपतुल्ला ने कहा कि अल्पसंख्यक समुदाय के 86 लाख छात्रों को वजीफा दिया गया। उन्होंने कहा कि मुस्लिम समुदाय के विकास के लिए मोदी के इस विचार ने उन्हें प्रेरित किया कि वह मदरसा के छात्रों के एक हाथ में कुरान व दूसरे हाथ में कंप्यूटर देखना पसंद करेंगे।मंत्री ने यह भी कहा कि केंद्र सरकार की कौशल विकास योजना के तहत 27 मदरसा केंद्र सरकार के साथ मिलकर काम कर रहे हैं।