हरियाणा के पूर्व मुख्य मंत्री भूपेन्द्र सिह हुड्डा ने हरियाणा की भाजपा सरकार पर गम्भीर आरोप लगाते हुए कहा कि इस सरकार ने सवा साल से भी कम समय में किसानों के साथ किए गए घोटालों की हैट्रिक बना दी है। जीन्द जिले के गढ़वाली तथा खरैंटी गांव में धान के खेत में कपास दिखा कर मुआवजे के नाम पर रूपया डकारा गया है। सिंचाई विभाग का रिकार्ड जिन किला नम्बरों में धान दिखा रहा है, राजस्व विभाग उन्हीं किला नम्बरों में कपास बता कर मुआवजे का भुगतान कर रहा है। वह री भाजपा सरकार - खेत में बोया धान और पैदा हो गई कपास, ऐसा अप्राकृतिक काम भाजपा के राज में ही हो सकता है। हुड्डा ने कहा कि जब मात्र दो गांवों में आरटीआई के माध्यम से सैंकड़ों एकड़ में मुआवजे के गोलमाल का खुलासा हुआ है तो सारे हरियाणा की जांच की जाए तो यह संख्या लाखों एकड़ में जाएगी और घोटाला भी अरबों रूपयों में हुआ होगा। यह तो बानगी मात्र है जैसे चुल्हे पर रखे पतीले में से चावल के दो दाने निकालने से ही पता चल जाता है कि पूरा चावल पका है या नहीं, उसी तरह गढ़वाली और खरैंटी इन दो गांवों के रिकार्ड से अन्दाजा लगाया जा सकता है कि सारे हरियाणा में कितना बड़ा घोटाला हुआ होगा।
पूर्व मुख्य मंत्री ने कहा कि दूसरा घोटाला जो गत वर्ष गैरमौसमी बारिस और औलावृष्टि से हुए नुकसान की गिरदावरी में हुआ वह तो इससे भी बड़ा घोटाला था। तीसरा घोटाला धान खरीद में हुआ, जिसने पहले दोनों घोटालों को भी पीछे छोड़ दिया। हुड्डा ने कहा कि अब हरियाणा की जनता के सामने यह बात शीशे की तरह साफ हो गई है कि भाजपा सरकार इन घोटालों की जांच उच्च न्यायालय के सेवारत जज से क्यों नहीं करा रही है ? उन्होंने कहा कि आरटीआई के माध्यम से हुए इस खुलासे ने गिरदावरी तथा धान खरीद में हुए घोटाले के उनके आरोपों पर सच्चाई की मोहर लगा दी है। इन घोटालों का असर एक दो व्यक्ति पर नहीं पड़ा अपितु खेती से जुड़े करोड़ो लोगों पर पड़ा है।
हुड्डा ने आगे कहा कि इसी प्रकार किसानों को गेहुं का जो बीज प्रमाणित बता कर सप्लाई किया गया वह उपचारित नहीं था, जबकि प्रमाणित बीज का उपचारित होना बहुत जरूरी है। अगर परिस्थितियां प्रतिकूल हुई तो किसानों को इसका भारी खामियाजा उठाना पड़ेगा। इसकी भी निष्पक्ष जांच होनी चाहिए। लेकिन ऐसी स्थिति में जांच कौन कराएगा, यहां तो दूध की रखवाली बिल्ली बैठी है।हरियाणा के एक मंत्री द्वारा हुड्डा को 1509 धान की खरीद का ऑफर दिए जाने पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए हुड्डा ने कहा कि उनके पास दस वर्षों तक धान की खरीद का अधिकार था, उस समय उन्होंने हरियाणा के किसानों को मालामाल कर दिया था, जिसे किसान आज भी याद करते हैं। इस समय यह अधिकार भाजपा के पास है। उन्होंने कहा कि यदि भविष्य में जनता ने यह अधिकार उन्हें फिर दिया तो वे किसानों के पुराने दिन फिर लौटा देंगे।