पंजाब विजिलेंस ब्यूरो ने चर्चित अनाज घोटाले के दोषी राकेश सिंगला, पूर्व डिप्टी डायरेक्टर, खाद्य और नागरिक आपूर्ति विभाग पंजाब के साथी और बत्रा फार्मास्यूटिकल्स के डिस्ट्रीब्यूटर अनुराग बत्रा को गिरफ्तार किया है, जिस पर सिंगला के काले धन को सफेद करने का आरोप है। उक्त आरोपी को आज लुधियाना की अदालत में पेश किया गया, जहाँ उसे एक दिन के पुलिस रिमांड पर विजिलेंस ब्यूरो के हवाले किया गया है।
इस संबंध में जानकारी देते हुए आज यहाँ राज्य विजिलेंस ब्यूरो के प्रवक्ता ने बताया कि पूर्व खाद्य और नागरिक आपूर्ति मंत्री भारत भूषण आशु और अन्य के खिलाफ एफ.आई.आर. नंबर 11, दिनांक 16.08.2022 को भारतीय दंड संहिता की धारा 409, 420, 467, 468, 471, 120-बी और भ्रष्टाचार निरोधक कानून की धारा 7, 7ए, 8, 12, 13 के तहत विजिलेंस ब्यूरो के थाना लुधियाना रेंज में दर्ज है। इस मामले की जांच के दौरान पता चला कि उक्त डिप्टी डायरेक्टर सिंगला ने अपने और अपनी पत्नी के नाम पर अज्ञात आय के स्रोतों से 12 संपत्तियां खरीदी थीं।
बाद में सिंगला को उक्त केस में घोषित भगोड़ा (पी.ओ.) करार दिया गया था। इसके पश्चात, राकेश कुमार सिंगला और उसकी पत्नी रचना सिंगला के खिलाफ भ्रष्टाचार निरोधक कानून की धारा 13(1)(बी) और 13(2) के तहत एफ.आई.आर. नंबर 08, दिनांक 19.04.2023 के अंतर्गत विजिलेंस ब्यूरो के थाना लुधियाना रेंज में आय से अधिक संपत्ति बनाने का मामला दर्ज किया गया था।
उन्होंने आगे बताया कि जांच के दौरान यह सामने आया कि आरोपी आर.के. सिंगला ने खाद्य और नागरिक आपूर्ति विभाग में तैनाती के दौरान रिश्वत के माध्यम से बड़ी राशि एकत्र की थी और अपनी पत्नी रचना सिंगला की आपराधिक मिलीभगत से उसके नाम पर कई संपत्तियां खरीदी थीं, जो उसकी आय के स्रोतों से मेल नहीं खातीं। जांच के दौरान यह भी पता चला कि आरोपी सिंगला ने लगभग 5 करोड़ रुपये की 12 संपत्तियां खरीदी थीं।
इन 12 संपत्तियों में से 4 लुधियाना शहर में, 5 एस.सी.ओज़ खन्ना में, 1 चंडीगढ़ में और 2 संपत्तियां (एस.सी.ओज़) मोहाली के न्यू चंडीगढ़ में हैं। उन्होंने आगे कहा कि भ्रष्टाचार निरोधक कानून की धारा 18ए के तहत उसकी सभी 12 संपत्तियों की कुर्की के लिए लुधियाना की अदालत में कार्रवाई प्रक्रिया में है। प्रवक्ता ने बताया कि उक्त मामले की जांच के दौरान यह भी सामने आया है कि अनुराग बत्रा, निवासी एस.सी.ओ. 360, सेक्टर 32 डी, चंडीगढ़, ने आर.के. सिंगला के काले धन को सफेद करने में मदद की थी।
उसने वर्ष 2021 के दौरान रचना सिंगला के बैंक खाते में 9,03,450 लाख रुपये और 19,05,750 लाख रुपये (कुल 28,09,200 रुपये) स्थानांतरित किए थे। आरोपी अनुराग बत्रा इस बात का स्पष्टीकरण देने में असफल रहा कि हरियाणा सरकार से 5 ऑर्डर प्राप्त करने के लिए रचना सिंगला द्वारा किस प्रकार की मदद की गई थी। आरोपी बत्रा ने जांच के दौरान यह भी खुलासा किया है कि जिन दिनों में पैसे स्थानांतरित किए गए, रचना सिंगला भारत में नहीं, बल्कि विदेश में थीं।
प्रवक्ता ने बताया कि जांच के दौरान उक्त आरोपी बत्रा ने अपना अपराध स्वीकार कर लिया है और खुलासा किया है कि उसके एक दोस्त ने उसे आर.के. सिंगला के काले धन को सफेद करने के लिए कहा था। उन्होंने कहा कि इस मामले की आगे की जांच जारी है।