सूबे में दिन-रात बिगड़ती जा रही कानून व्यवस्था की स्थिती के खिलाफ आज इंप्रूवमेंट ट्रस्ट के पूर्व चेयरमैन व कांग्रेसी नेता दिनेश बस्सी ने धरना लगाया। माल मंडी स्थित एडीसीपी सिटी हरपाल सिंह के दफ्तर के बाहर दिनेश बस्सी ने राज्य सरकार को जमकर कोसा।
उन्होंने कहा कि आज राज्य में कोई भी वर्ग सुरक्षित नहीं है। उन्होंने कहा कि गैंगस्टरों को सरकार सुरक्षा दे रही है जबकि लोग घरों में भी सुरक्षित नहीं है। ईस्ट हल्के में कांग्रेस वर्करों के साथ घरने पर बैठे दिनेश बस्सी ने कहा कि कानून व्यवस्था बुरी तरह से चरमर्रा गई है। दिनेश बस्सी ने कहा कि पंजाब का हर गांव और शहर कानून-व्यवस्था के ढीले प्रदर्शन के कारण कई समस्याओं का सामना कर रहा है।
गुंडागर्दी और डकैती की इन घटनाओं ने आम लोगों के दिलों में डर का माहौल पैदा कर दिया है। जिसके कारण आम वर्ग और व्यवसायी वर्ग के लिए अपने घर और अपने व्यवसाय से बाहर सुरक्षित महसूस करना एक बड़ी चिंता का विषय है। चरमर्राती कानून-व्यवस्था के कारण बदमाशों और लुटेरों के हौसले इतने बुलंद हो गए हैं कि घर में घुसकर लोगों की हत्याएं की जा रही हैं, जिससे सामान्य जन-जीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है।
सबकुछ अपनी आंखों के सामने देखने के बावजूद राज्य का कानून प्रशासन हाथ पर हाथ धरे बैठा तमाशा देख रहा है। आए दिन आम लोगों को राह चलते बंदूक की नोक पर लूटा जा रहा है और व्यवसायियों को फिरौती की धमकियां मिल रही हैं। जिससे राज्य की जनता का जीवन भय के माहौल से गुजर रहा है।
उन्होंने कहा कि फिरौती मांगना आम बात हो गई है। कानून का अपराधियों के दिल से डर निकल गया है। आज भी पंजाबी सिंगर आर नेत से फिरौती मांगी गई वहीं महरूम सिंगर सिद्धू मूसेवाले के अपराधी आज भी पकड़े नहीं गए हैं जो कि सरकार की नाकामियों को जगजाहिर कर रहा है। उन्होंने एडीसीपी को मेमोरेंडम सौंपते हुए कहा कि वह पुलिस से अनुरोध करते हैं कि जल्द से जल्द इस दिशा में कोई ठोस कदम उठाएं ताकि आम लोग बिना किसी डर के अपना जीवन जी सकें।
इस अवसर पर मौजूद ब्लाक प्रेसीडेंट व पूर्व पार्षद नवदीप सिंह हुंदल ने कहा कि राज्य सरकार ने बदलाव के नाम पर ऐसा पंजाब दिया है जहां अमन शांति ना के बराबर है इसीलिए वह चाहते हैं कि पंजाब सरकार नया पंजाब ना देकर उन्हें पुराना पंजाब ही लौटा दे। उन्होंने कहा कि अगर लोग सुरक्षित ही नहीं होंगे तो राज्य तरक्की भी नहीं कर पाएगा।
इस अवसर पर जतिंदर मुधल, सतनाम मुधल, इकबाल मुधल, मल्ही वेरका, बॉबी भगत, बिट्टू वेरका, पवन राणा, दीपक चतरथ, शिंदर परधान, संदीप शाह, बलप्रीत रोजर, मैडम इंद्रजीत वालिया, प्रेम वेरका ऋषभ वोहरा, अब्बास राजा और युवराज मजीठिया सहित अन्य उपस्थित थे।