स्थायी अपशिष्ट प्रबंधन सुनिश्चित करने की दिशा में, आयुक्त सचिव, ग्रामीण विकास विभाग और पंचायती राज मनदीप कौर ने बथुनी पंचायत में राजौरी की पहली प्लास्टिक अपशिष्ट प्रबंधन इकाई का उद्घाटन किया।आयुक्त सचिव ने इस अत्याधुनिक इकाई के सफल समापन और उद्घाटन हेतु जिला प्रशासन की सराहना की।
उन्होंने प्लास्टिक मुक्त पंचायतों की आवश्यकता पर जोर देते हुए स्वच्छ और हरित वातावरण बनाने के उद्देश्य से मौजूदा व्यवस्था में कुछ दिशानिर्देशों को शामिल करने के लिए संबंधित अधिकारियों को विशेष निर्देश जारी किए।उन्होंने कहा ‘‘जिले में इस पहली प्लास्टिक अपशिष्ट प्रबंधन इकाई का उद्घाटन प्रभावी अपशिष्ट प्रबंधन और पर्यावरणीय स्थिरता की दिशा में जिले के प्रयासों में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है।
‘‘ उन्नत प्रौद्योगिकियों और रणनीतियों के कार्यान्वयन से पारिस्थितिकी तंत्र पर प्लास्टिक कचरे के प्रतिकूल प्रभाव को कम करने में मदद मिलेगी, जिससे निवासियों के लिए एक स्वस्थ भविष्य सुनिश्चित होगा।जिला विकास आयुक्त विकास कुण्डल ने नव स्थापित इकाई की प्रमुख विशेषताओं के अलावा इस बात पर भी प्रकाश डाला कि कचरे के प्रभावी पृथक्करण के बाद, प्लास्टिक कचरे को इकाई में लाया जाएगा, जहां इसे आगे के उपयोग के लिए कॉम्पैक्ट ब्लॉक में बदलकर बेलिंग प्रक्रिया से गुजरना होगा।
उन्होंने बताया कि वर्तमान में जिले के भीतर तीन गोबर-धन परियोजनाएं प्रगति पर हैं, जिनमें से दो आने वाले दिनों में पूरी होने की उम्मीद है। इन परियोजनाओं का उद्देश्य जैविक अपशिष्ट प्रबंधन की क्षमता का दोहन करना और स्वस्थ भारत की दृष्टि के साथ संरेखित करते हुए स्थायी कृषि पद्धतियों को बढ़ावा देना है।