केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि वर्तमान में आंध्र प्रदेश में कुल 2,014 किलोमीटर की 70 परियोजनाएं चल रही हैं, जिसकी लागत 33,540 करोड़ रुपये है। शुक्रवार को विशाखापट्टनम में आंध्र प्रदेश के वैश्विक निवेश शिखर सम्मेलन 2023 को संबोधित करते हुए मंत्री ने कहा कि कुल 32,430 करोड़ रुपये की लागत से पांच हरित राजमार्ग और दो एक्सप्रेसवे स्थापित करने के प्रयास किए जा रहे हैं।
गडकरी ने कहा कि 2022-23 के दौरान 27 परियोजनाओं में 777 किलोमीटर की लंबाई के लिए कुल 15,400 करोड़ रुपये की लागत का काम दिया गया है। मंत्री ने कहा कि इसके अतिरिक्त, विशाखापट्टनम और अनंतपुर में 1,797 करोड़ रुपये की लागत से दो मल्टीमॉडल लॉजिस्टिक्स पार्क (एमएमएलपी) स्वीकृत किए गए हैं।
गडकरी ने कहा कि नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार के पिछले साढ़े आठ वर्षों (2014-23) में आंध्र प्रदेश में राष्ट्रीय राजमार्गों की लंबाई में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। मंत्री ने कहा कि लंबाई 4,193 किमी से बढ़कर 8,744 किमी हो गई है। गडकरी ने कहा कि स्थायी प्रथाओं को बढ़ावा देने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रतिबद्धता के अनुरूप, हम अपने किसानों को अन्नदाता के रूप में समर्थन देना जारी रखते हुए अपने किसानों को ऊर्जादाता में परिवर्तित करने पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि हम स्वदेशी निर्माण की भी वकालत करते हैं, जो सुरक्षा, पुनर्चक्रण और स्थिरता को प्राथमिकता देता है। हमारा लक्ष्य गतिशीलता क्षेत्र में हरित ऊर्जा और हरित अर्थव्यवस्था के लिए अवसर पैदा करना है। आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाई.एस. जगन मोहन रेड्डी, वित्त मंत्री बुगना राजेंद्रनाथ रेड्डी, उद्योग, बुनियादी ढांचा और निवेश मंत्री गुडिवाड़ा अमरनाथ और अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी इस अवसर पर उपस्थित थे।