यहाँ चौरा ग्राम स्थित 51 वीं बटालियन, भारत-तिब्बत सीमा पुलिस बल में शुक्रवार को 'सेवानिवृत्ति दिवस' हर्षोउल्लास व समारोहपूर्वक मनाया गया। इस अवसर पर 51 वीं बटालियन की ए.ओ.आर.(एरिया ऑफ रेस्पांसिबिलिटी) में आने वाले भारत-तिब्बत सीमा पुलिस बल के समस्त भूतपूर्व अधिकारियों, अधीनस्थ अधिकारियों व जवानों को कार्यक्रम में शामिल होने के लिए सस्नेह निमंत्रण भेजा गया था।
शुक्रवार को प्रातः 1100 बजे बटालियन परिसर में आयोजित इस 'सेवानिवृत्ति दिवस' में विभिन्न स्थानों से भारत-तिब्बत सीमा पुलिस के भूतपूर्व कार्मिकों, उनके परिजनों व शहीदों के आश्रितों ने कार्यक्रम में शिरकत की।
इस अवसर पर 51वीं बटालियन कमांडेंट श्री बृज मोहन सिंह ने सर्वप्रथम समस्त भूतपूर्व सैनिकों व उनके परिजनों का फूलमालाएं पहनाकर स्वागत किया और अपने संबोधन के दौरान उन्होंने बताया कि इस प्रकार के आयोजनों का मुख्य उद्देश्य भूतपूर्व सैनिकों की विभिन्न समस्याओं के बारे में जानने के अतिरिक्त वर्तमान में भारत-तिब्बत सीमा पुलिस बल में कार्यरत पदाधिकारियों को भूतपूर्व सैनिकों/कार्मिकों के विभिन्न अनुभवों से अवगत कराना है।
इस अवसर पर वाहिनी कमांडेंट श्री बृज मोहन सिंह ने उपस्थित समस्त भूतपूर्व कार्मिकों को प्रतीक चिन्ह भेंट कर उनका स्वागत व अभिनंदन किया। कार्यक्रम के दौरान् समस्त भूतपूर्व सैनिकों/कार्मिकों को 51 वीं बटालियन कमांडेंट श्री बृज मोहन सिंह द्वारा स्मृति चिह्न भेंटकर उनका स्वागत किया गया।
इस दौरान् शहीदों की विधवा महिलाओं श्रीमती कुलविंदर कौर धर्मपत्नी स्वर्गीय श्री भगवंत सिंह(उप-निरीक्षक/जीडी), श्रीमती बलबीर कौर धर्मपत्नी स्वर्गीय श्री निछत्तर सिंह( हवलदार/जीडी), तथा श्रीमती हरप्रीत कौर धर्मपत्नी स्वर्गीय श्री वरिंदर सिंह(सिपाही/जीडी) को श्रीमती ज्योतिका शाह, सहायक कमांडेंट के कर-कमलों से प्रतीक चिन्ह प्रदान कर व शॉल ओढ़ाकर उनका स्वागत व अभिनंदन किया गया।
इस दौरान भूतपूर्व सैनिकों/कार्मिकों ने तथा उनके परिजनों ने बटालियन के अधिकारियों, अधीनस्थ अधिकारियों व जवानों से मुलाकात भी की और भारत-तिब्बत सीमा में कार्य करते हुए अपने अनुभवों, परेशानियों से भी अवगत कराया।
इस अवसर पर पद्मश्री श्री हरभजन सिंह, भूतपूर्व, महानिरीक्षक ने कार्यक्रम में उपस्थित पदाधिकारियों को संबोधित करते हुए यह कहा कि आज भारत-तिब्बत सीमा पुलिस का नाम देश ही नहीं अपितु विश्व की 'एलीट' फोर्सेज में शुमार है, यह हम सभी के लिए बहुत ही गौरव व फक्र की बात है कि हम सभी इस 'एलीट' फोर्स का हिस्सा रहें हैं।
उन्होंने अपने संबोधन में जवानों को पूर्ण निष्ठा, ईमानदारी व लगन से काम करने की प्रेरणा दी और यह कहा कि आईटीबीपी में आज हर प्रकार की सुविधाएं उपलब्ध है जो कि उनके जमाने में उपलब्ध नहीं थी। इसलिए यह आप सभी का और हम सभी का यह परम् कर्तव्य बनता है कि हम कृतसंकल्पित व देश के प्रति निष्ठावान व समर्पित होकर देशसेवा करें। इस अवसर पर पधारे अन्य वरिष्ठ पदाधिकारियों ने भी अपने 'बल' में तैनाती के दौरान् अनुभवों से अवगत कराया।
कार्यक्रम के दौरान मंच संचालन 51 वीं बटालियन,भातिसी पुलिस बल के एडजूटेंट श्री पूरन राम, उप-कमांडेंट तथा निरीक्षक हिंदी अनुवादक सुनील कुमार द्वारा किया गया। इस अवसर पर सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन भी किया गया, जिसमें हिमवीर वीरांगनाओं व हिमवीरों द्वारा क्रमशः उत्तराखंड राज्य के लोकगीतों, पंजाब का प्रसिद्ध भांगड़ा नृत्य की रंगारंग व शानदार प्रस्तुतियां दी गई।
वेटरन-डे के अवसर पर बटालियन में सामूहिक रूप से तंबोला गेम का आयोजन भी किया गया, जिसमें सभी भूतपूर्व कार्मिकों, उनके परिजनों, महिलाओं व विभिन्न हिमवीर पदाधिकारियों द्वारा भाग लिया गया। इस दौरान धन्यवाद भाषण श्री सतविंदर सिंह, उप-कमांडेंट/जीडी द्वारा दिया गया।
कार्यक्रम के दौरान आईटीबीपी के पद्मश्री श्री हरभजन सिंह, भूतपूर्व महानिरीक्षक, श्री डी.एस चड्ढ़ा, भूतपूर्व उपमहानिरीक्षक, श्री ए.एस.चिन्ना, भूतपूर्व उपमहानिरीक्षक, श्री त्रिलोक सिंह, भूतपूर्व उप-कमांडेंट, श्री बलविंदर सिंह भंगु, भूतपूर्व सहायक कमांडेंट, विभिन्न सेवानिवृत्त पदाधिकारी, उनके समस्त परिजन, शहीदों की आश्रित महिलाओं के अलावा 51 वीं बटालियन के एसएमओ(सीनियर मेडिकल ऑफिसर) डॉ. प्रवीण कुमारी, श्री रविंद्र नेगी,सहायक कमांडेंट/जीडी,श्रीमती ज्योतिका शाह,सहायक कमांडेंट/जीडी, श्री पाटिल शरद मक्कन,सहायक कमांडेंट/जीडी केअतिरिक्त विभिन्न अधीनस्थ अधिकारीगण व भारी संख्या में जवान मौजूद रहे। यह जानकारी बटालियन जन-संपर्क प्रकोष्ठ में तैनात निरीक्षक हिंदी अनुवादक सुनील कुमार द्वारा दी गई है।