उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने आज जम्मू विश्वविद्यालय में 36वें अंतर-विश्वविद्यालय उत्तर क्षेत्र युवा महोत्सव ‘अंतर्नाद‘ का उद्घाटन किया। एसोसिएशन ऑफ इंडियन यूनिवर्सिटीज, नई दिल्ली के तत्वावधान में जम्मू विश्वविद्यालय द्वारा 5 दिवसीय युवा महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है।
उपराज्यपाल ने जम्मू-कश्मीर में विभिन्न विश्वविद्यालयों के प्रतिभागियों का स्वागत किया और युवाओं को कला के माध्यम से खुद को अभिव्यक्त करने के लिए ‘अंतर्नाद‘ जैसे अधिक मंच प्रदान करने की आवश्यकता पर बल दिया।
उपराज्यपाल ने कहा, ‘‘सांस्कृतिक और रचनात्मक गतिविधियां छात्रों को उत्कृष्टता प्राप्त करने, प्रतिभाओं का पोषण करने, दिमाग को प्रज्वलित करने और हमारी भावी पीढ़ियों के लिए सभ्यतागत विरासत को पोषित करने हेतु प्रेरित करती हैं।‘‘
उन्होंने कहा, ‘‘कलात्मक विधाएं खिड़कियों की तरह हैं जो युवाओं के लिए रचनात्मकता के अनंत ब्रह्मांड तक खुलती हैं। संगीत, नृत्य, ललित कला, रंगमंच और साहित्य छात्रों को अपने विचारों को तेज करने और रचनात्मक क्षितिज का विस्तार करने के लिए प्रोत्साहित करते हैं।‘‘
उपराज्यपाल ने युवाओं को अपने कलात्मक कौशल को सुधारने और अपनी रचनात्मकता से दूसरों को प्रेरित करने के लिए प्रोत्साहित किया। उन्होंने कहा ‘‘कलात्मक भाव बौद्धिक प्रेरणा के स्रोत हैं। मैं छात्रों को खुद को ‘त्रिवेणी‘ यानी ज्ञान, विज्ञान और कला का संगम, जिज्ञासु, शांत, शांतिपूर्ण और गतिशील की भावना के साथ एक संतुलित व्यक्तित्व के रूप में बदलते हुए देखना चाहता हूं।‘‘
उपराज्यपाल ने युवा पीढ़ी की प्रतिभा को निखारने में विश्वविद्यालयों की महत्वपूर्ण भूमिका पर भी प्रकाश डाला। समाज की समृद्धि का मार्ग शिक्षण संस्थानों से होकर गुजरता है। अंतरनाद का अर्थ है अंतरात्मा की आवाज। कलात्मक विधाएं हमारे युवाओं को नवाचार, नए आविष्कारों के लिए नई अंतर्दृष्टि प्रदान करेंगी।‘‘
हमारा सांस्कृतिक इतिहास, जीवन शैली, सामाजिक परिवेश सभी एकीकृत हैं। ज्ञान और विज्ञान यदि शरीर है तो कला मन है। यह दोनों के बीच पूर्ण सामंजस्य है जो किसी भी राष्ट्र के विकास की नींव बनाता है। “माननीय प्रधान मंत्री श्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में राष्ट्रीय शिक्षा नीति ने पूरे शिक्षा पारिस्थितिकी तंत्र को फिर से परिभाषित किया है।
यह नवाचार और रचनात्मकता को बढ़ावा देता है और छात्रों को अनुसंधान और रचनात्मक गतिविधियों में भाग लेने के लिए प्रेरित करता है।‘‘ उपराज्यपाल ने जम्मू-कश्मीर से विश्वविद्यालयों की सक्रिय भागीदारी और जम्मू कश्मीर में आगामी जी20 कार्यक्रम की तैयारी में छात्रों की भागीदारी की भी मांग की।
उपकुलपति जम्मू विश्वविद्यालय प्रो. उमेश राय और संयुक्त सचिव युवा मामले और खेल, एआईयू डॉ. बीएस सेखों ने उत्सव के दौरान नियोजित गतिविधियों की श्रृंखला के बारे में जानकारी दी।उपराज्यपाल द्वारा ‘अंतर्नाद‘ की स्मारिका का भी विमोचन किया गया।
उद्घाटन समारोह में उपराज्यपाल के सलाहकार राजीव राय भटनागर, डीजीपी दिलबाग सिंह, एडीजीपी जम्मू मुकेश सिंह, प्रोफेसर बचन लाल, वीसी क्लस्टर यूनिवर्सिटी जम्मू आलोक कुमार, प्रमुख सचिव उच्च शिक्षा, बड़ी संख्या में शिक्षक व छात्र-छात्राएं शामिल हुए।