उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने नागरिक सचिवालय में केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर के लिए वन्यजीव बोर्ड की 5वीं बैठक की अध्यक्षता की। बैठक में मुख्य सचिव अटल डुल्लू, अतिरिक्त मुख्य सचिव वन, पारिस्थितिकी और पर्यावरण विभाग धीरज गुप्ता, विशेष महानिदेशक अपराध ए.के. चैधरी, प्रमुख सचिव, कृषि उत्पादन विभाग शैलेन्द्र कुमार, प्रधान मुख्य वन संरक्षक रोशन जग्गी और पीसीसीएफ/मुख्य वन्यजीव वार्डन, जम्मू-कश्मीर सर्वेश राय उपस्थित थे।
बैठक में समृद्ध जैव विविधता के सतत प्रबंधन और वन्यजीव आवासों के एकीकृत विकास के लिए विभिन्न प्रमुख हस्तक्षेपों पर चर्चा की गई। वन्यजीव पारिस्थितिकी तंत्र को और मजबूत करने के लिए कई एजेंडा बिंदुओं को सैद्धांतिक मंजूरी दी गई।उपराज्यपाल ने संबंधित अधिकारियों को मूल्यवान वन्यजीव संसाधनों की सुरक्षा और संरक्षण के लिए जागरूकता बढ़ाने का निर्देश दिया।
उन्होंने सभी प्रमुख सार्वजनिक स्थानों पर जम्बू चिड़ियाघर जैसी भव्य परियोजनाओं की दृश्यता बढ़ाने के लिए प्रचार गतिविधियों की एक श्रृंखला आयोजित करने के भी निर्देश दिए।उपराज्यपाल ने जंबू चिड़ियाघर के विस्तार के प्रस्ताव की समीक्षा की। उन्होंने पिछली बोर्ड बैठक में पारित निर्देशों पर की गई कार्रवाई की रिपोर्ट भी मांगी।
बैठक के दौरान प्रस्तुत विभिन्न एजेंडा बिंदुओं में गुलमर्ग वन्यजीव अभयारण्य में कंडोरी स्की लिफ्ट, बाहु संरक्षण रिजर्व जम्मू में श्री अमरनाथजी श्राइन बोर्ड द्वारा यात्री निवास और आपदा प्रबंधन केंद्र का निर्माण, छट जोरावर ऑपरेशनल ट्रैक, मानव-पशु संघर्ष प्रबंधन, विभिन्न जल आपूर्ति योजनाओं और सड़क परियोजनाओं के लिए वाहनों की खरीद पर चर्चा हुई।
इस अवसर पर, उपराज्यपाल ने राज बाग श्रीनगर में वन्यजीव कार्यालय परिसर का उद्घाटन किया, और जंबू चिड़ियाघर पर एक कॉफी टेबल बुक और एक लघु फिल्म का विमोचन किया।जसरोटा वन्यजीव अभयारण्य कठुआ, जम्मू-कश्मीर में जंगली जीवों और वनस्पतियों की जैव विविधता आकलन पर एक रिपोर्ट और कश्मीर के वेटलैंड संरक्षण रिजर्व पर एक पुस्तिका जिसका शीर्षक कंजर्वेशन ट्राइंफ-2024 है, भी उपराज्यपाल द्वारा जारी किया गया।
बैठक में उपराज्यपाल के प्रधान सचिव डॉ. मनदीप कुमार भंडारी, सचिव जनजातीय कार्य शिव अनंत तायल, प्रख्यात संरक्षणवादी, पारिस्थितिकीविज्ञानी, पर्यावरणविद्, सेना के प्रतिनिधि, भारतीय वनस्पति सर्वेक्षण, जल संसाधन, आद्र्रभूमि और वन पर राष्ट्रीय सोसायटी और अन्य बोर्ड सदस्य भी शामिल हुए।