कौशल विकास विभाग के प्रधान सचिव डॉ. असगर हसन समून ने आज आईटीआई जै़नाकोट में दो मंजिला कार्यशाला ब्लॉक के निर्माण और पार्किंग क्षेत्र एवं खेल के मैदान के विकास की आधारशिला रखी। उपायुक्त श्रीनगर, निदेशक कौशल विकास विभाग, प्राचार्य आईटीआई ज़ैनाकोट, अन्य कौशल संस्थानों के प्राचार्य, आरएंडबी के अधिकारी इस अवसर पर उपस्थित थे।
परियोजना की लागत 242.25 लाख है और इसके दिसंबर 2024 तक पूरा होने की उम्मीद है। प्रमुख सचिव ने संबंधित एजेंसी को मिलकर काम करने पर जोर दिया ताकि परियोजना समय सीमा के भीतर पूरी हो सके। प्रमुख सचिव ने कहा कि सरकार छात्रों के कौशल को बढ़ाने हेतु पूरी तरह से प्रतिबद्ध है और इस संबंध में सभी प्रयास किए जा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि जीवन में अवसरों की कमी नहीं है, लेकिन हमें इस बात की समझ विकसित करने की जरूरत है कि सफलता के लिए इन अवसरों का उपयोग कैसे किया जाए। डॉ. समून ने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिया कि ट्रेडों की संख्या में इसी तरह की वृद्धि के साथ आईटीआई जैनाकोट में छात्रों की प्रवेश क्षमता बढ़ाई जाए।
औद्योगिक जरूरतों को ध्यान में रखते हुए आईटीआई में संबंधित ट्रेड शुरू किए जाएं। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को परिसर में भूमि की बाड़ बनाए रखने का भी निर्देश दिया ताकि किसी भी अतिक्रमण को रोका जा सके। प्रमुख सचिव ने परिसर में अन्य कार्यों का भी निरीक्षण किया जिसमें जमीन का लेवलिंग और लैंडस्केपिंग, पाइप नेटवर्क की फिटिंग शामिल है।
बाद में, प्रमुख सचिव ने संकाय के साथ बातचीत की और छात्रों को गुणवत्तापूर्ण प्रशिक्षण प्रदान करने के लिए कहा। निदेशक कौशल विकास विभाग ने भी इस अवसर पर बात की और कहा कि विभाग छात्र समुदाय के लाभ हेतु जम्मू और कश्मीर में कौशल पारिस्थितिकी तंत्र विकसित करने के लिए हर कदम उठा रहा है।