मच्छीवाड़ा में गवर्नमेंट कॉलेज के पहले दीक्षांत समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में अपना दीक्षांत भाषण देते हुए, सांसद (राज्यसभा) संजीव अरोड़ा ने अपने एमपीलैड फंड में से कॉलेज की कुछ तत्काल जरूरतों को पूरा करने के लिए 20 लाख रुपये का अनुदान देने की घोषणा की है। यह कॉलेज जिले के ग्रामीण एवं दूरस्थ क्षेत्र में स्थित है।
अरोड़ा करीब 150 छात्राओं को डिग्रियां बांटकर दीक्षांत समारोह को संबोधित कर रहे थे। प्रिंसिपल हरप्रिया सिंह ने कुछ तात्कालिक आवश्यकताओं जैसे मुख्य सड़क से बरामदे तक प्रवेश मार्ग को पक्का करने, चारदीवारी के निर्माण, सेमिनार हाल का निर्माण और कक्षाओं के लिए फर्नीचर की आवश्यकता का उल्लेख किया था, जिसके बाद अरोड़ा तुरंत एमपीलैड फंड में से अनुदान की घोषणा करने के लिए सहमत हो गए।
अरोड़ा ने इस कॉलेज को सरकारी कॉलेज में परिवर्तित करने के 1 वर्ष की अवधि के भीतर प्रिंसिपल हरप्रिया सिंह द्वारा किए गए कार्यों की सराहना की। उन्होंने कॉलेज को महिला कॉलेज से को-एड में बदल दिया और छात्रों की संख्या 300 से बढ़ाकर 600 कर दी। उन्होंने मानकों को बनाए रखते हुए सीमित संसाधनों से सर्वश्रेष्ठ कार्य किया। शैक्षणिक परिणामों में भी काफी सुधार हुआ है।
अपने संबोधन में अरोड़ा ने डिग्रियां प्राप्त करने वाली सभी छात्राओं को बधाई दी और कहा कि डिग्री प्राप्त करना सभी के लिए आजीवन स्मरण रहता है। उन्होंने कहा कि वह ग्रामीण इलाकों में लड़कियों की शक्ति को देखकर खुश हैं। उन्होंने कहा कि एक समय था जब माता-पिता विशेष रूप से ग्रामीण इलाकों में लड़कियों को शिक्षा देना पसंद नहीं करते थे।
उन्होंने डिग्री धारक छात्राओं से कहा कि वे शादी के बाद भी अपने घरों में बेकार बैठने के बजाय काम करके या स्वरोजगार करके अपनी डिग्री का उपयोग करें।अरोड़ा ने कहा कि उन्हें बताया गया है कि क्षेत्र के कई युवा देश में ही करियर विकल्प तलाशने के बजाय बेहतर करियर विकल्पों के लिए विदेश जाना पसंद करते हैं।
उन्होंने कहा कि युवाओं को यह समझना चाहिए कि समय के साथ समग्र परिदृश्य बदल गया है और अब, भारत में बहुत सारे अवसर हैं, जिसके परिणामस्वरूप कई लोग हैं जो विदेशों से अपने वतन लौट रहे हैं। देश की अर्थव्यवस्था में काफी सुधार हुआ है, जो हाल ही में अमेरिका और रूस के प्रमुखों द्वारा दिए गए बयानों से जाहिर होता है। साथ ही हमारे माननीय मुख्यमंत्री सरदार भगवंत मान प्रदेश के युवाओं को अधिक से अधिक रोजगार दिलाने के लिए लगन से काम कर रहे हैं।
अरोड़ा ने विद्यार्थियों को प्रेरित करते हुए कहा कि वे जीवन के प्रति हमेशा खुशनुमा दृष्टिकोण अपनाएं और कभी हार न मानें और निराश न हों। उन्होंने विद्यार्थियों से पीड़ित मानवता और समाज के लिए भी काम करने को कहा। उन्होंने कहा कि परीक्षा में लिए गए अंकों का इतना महत्त्व नहीं है, बल्कि समाज में आप अपनी क्या छाप छोड़ते हैं, इसका महत्त्व है।
उन्होंने छात्रों से यह भी कहा कि अपने जीवन में कभी भी किसी की नकल करने की कोशिश न करें, उन्हें अपनी पसंद और क्षमताओं के अनुसार अपना रास्ता खुद चुनना चाहिए। उन्होंने छात्रों को पर्यावरण में सुधार और सुरक्षा के लिए काम करने और सकारात्मक तरीके से सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म का उपयोग करने का भी सुझाव दिया। विद्यार्थियों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किया।कॉलेज का कैंपस छह एकड़ में फैला हुआ है।
पहले इस कॉलेज को नेशनल कॉलेज फॉर वूमेन के नाम से जाना जाता था। लेकिन, 29 सितंबर 2021 को पंजाब सरकार द्वारा अपने अधिकार में ले लिया गया था, जिसके बाद कॉलेज का नाम गवर्नमेंट कॉलेज, माच्छीवाड़ा रखा गया था। इस संस्थान को पंजाब यूनिवर्सिटी चंडीगढ़ द्वारा बीए, बीकॉम, बीएससी (एनएम), बीएससी (एफडी), बीसीए, पीजीडीसीए कक्षाओं और स्नातक स्तर पर सेल्फ-फाइनेंस पाठ्यक्रम चलाने के लिए स्थायी संबद्धता प्रदान की गई है। यह संस्था वास्तव में इस क्षेत्र के लिए एक संपत्ति है।