प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सक्रिय नीतियों और भारत में 5जी सेवाओं की शुरुआत के मद्देनजर, इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी और कौशल विकास एवं उद्यमिता राज्य मंत्री, श्री राजीव चंद्रशेखर ने आज राजकोट, गुजरात में कहा है कि भारत जल्द ही दुनिया में इलेक्ट्रॉनिक्स उत्पाद विनिर्माण के क्षेत्र में एक अग्रणी देश बनकर उभरेगा और देश के युवा इस प्रयास में बड़ी भूमिका निभा रहे हैं।
श्री चंद्रशेखर ने राजकोट में सौराष्ट्र विश्वविद्यालय और आत्मीय विश्वविद्यालय के छात्रों को संबोधित करते हुए कहा, “प्रधानमंत्री, श्री नरेन्द्र मोदी के भारत के टेकेड के सपने को हमारे युवा भारतीय अपनी कड़ी मेहनत, दृढ़ संकल्प और उद्यम के माध्यम से साकार कर सकते हैं। सरकार अपनी ओर से डिजिटल इंडिया, स्किल इंडिया आदि जैसी पहलों के साथ सक्षम बना सकती है।”
इस बात पर जोर देते हुए कि सरकार की रणनीति सेमीकंडक्टर्स, एआई, मशीन लर्निंग, ब्लॉकचैन आदि में निवेश के माध्यम से इलेक्ट्रॉनिक्स क्षेत्र के प्रसार को प्रोत्साहित करना है, मंत्री ने कहा, "इसके लिए सरकार सेमी-कंडक्टर डिजाइन में निवेश के लिए 100 करोड़ रुपये तक का अनुदान देने को तैयार है।"यह कहते हुए कि वह जल्द ही उद्यमियों को अवसरों का लाभ उठाने के लिए प्रोत्साहित करने के लिए देश के विभिन्न हिस्सों में रोड शो शुरू करेंगे, श्री चंद्रशेखर ने कहा कि हमारी रणनीति आयात में कटौती करना है और आपूर्ति और मूल्य श्रृंखला के लिए एक मूल्य निर्माता बनना है, न कि केवल एक वस्तु निर्यातक।
इलेक्ट्रॉनिक्स क्षेत्र में गुजरात की पहल का उल्लेख करते हुए, श्री चंद्रशेखर ने कहा कि राज्य ने अपनी सेमीकॉन नीति की घोषणा करने और धोलेरा को एशिया के सबसे बड़े इलेक्ट्रॉनिक्स हब के रूप में स्थापित करने जैसे कई सक्रिय कदम उठाए हैं। उन्होंने कहा, "धोलेरा राज्य के उद्यमियों के लिए ढेर सारे अवसर लेकर आएगा।"
इस बारे में बात करते हुए कि कैसे प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की सरकार ने भारत के बारे में एक बेकार, भ्रष्ट और निम्न-विकास वाली अर्थव्यवस्था के रूप में बनी पुरानी धारणा को खत्म कर दिया है, जो केवल प्रभावशाली और बड़े नेटवर्क वाले लोगों का पक्ष लेता है। उन्होंने कहा कि आज के भारत में अवसर और पूंजी का लोकतंत्रीकरण हो रहा है। "हम अधिकतम शासन और न्यूनतम सरकार- सिद्धांत का पालन करते हैं।"
उन्होंने जोर देकर कहा, “प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी नई महत्वाकांक्षाओं के साथ युवा भारत के लिए एक नए भारत का निर्माण कर रहे हैं ताकि हम देश को एक ट्रिलियन डॉलर की डिजिटल अर्थव्यवस्था / 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने के अपने लक्ष्य को प्राप्त कर सकें और प्रौद्योगिकी में एक विश्वसनीय भागीदार के रूप में भी उभर सकें। वह रेवड़ी अर्थव्यवस्था या मुफ्तखोरी की संकृति में विश्वास नहीं करते हैं, जैसा कि कुछ विपक्षी दल इसे प्रोत्साहित कर रहे हैं।"
श्री चंद्रशेखर ने मारवाड़ी विश्वविद्यालय में कई युवा स्टार्टअप्स संचालकों और उद्यमियों से भी मुलाकात की और उनके साथ उनके अनुप्रयोगों/नवाचारों और उन्हें कैसे विपणन योग्य उत्पादों के रूप में विकसित किया जा सकता है, इस पर चर्चा की।बाद में उन्होंने सीआईआई द्वारा आयोजित उद्योग जगत के नेताओं और अन्य जिला अधिकारियों के साथ एक बैठक में भाग लिया।
उन्होंने उनसे इस बात पर विचार करने का आग्रह किया कि कैसे उद्योग और शिक्षाविद और सरकार एक साथ इनक्यूबेटेड स्टार्टअप्स को उनके नवाचारों के व्यावसायीकरण में सहायता कर सकते हैं। उन्होंने उद्योग जगत के अग्रणी लोगों के साथ-साथ जिला प्रशासन के अधिकारियों को भी स्थानीय आकांक्षाओं का खाका बना कर जिला कौशल विकास कार्यक्रम तैयार करने में योगदान देने के लिए कहा।
कल से राजकोट और सुरेंद्रनगर के दो दिवसीय आधिकारिक दौरे पर आए मंत्री ने छात्रों, उद्यमियों, स्टार्टअप्स, उद्योग जगत के नेताओं, शिक्षाविदों और अन्य प्रतिष्ठित हस्तियों से मुलाकात की और सबका साथ सबका विकास के साथ सभी भारतीयों को सशक्त बनाने के लिए प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के दृष्टिकोण को साझा किया।