कर्नाटक में विपक्षी दलों ने शुक्रवार को भाजपा सरकार पर तीन युवकों की हत्या पर राजनीति करने का आरोप लगाया, जिसका मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने खंडन किया। राज्य में पिछले नौ दिनों में तीन हत्याएं हुई हैं।
पूर्व मुख्यमंत्री एच.डी. कुमारस्वामी ने शुक्रवार को कहा कि हत्याओं की घटनाओं ने राज्य की छवि को धूमिल किया है। उन्होंने कहा, सत्तारूढ़ पार्टी युवाओं की मौत पर राजनीति कर रही है। पूर्व मंत्री और कांग्रेस नेता यू.टी. खादर ने शुक्रवार को मांग की कि तीनों हत्याओं को राज्य सरकार समान गंभीरता से ले।
सीएम बोम्मई ने स्पष्ट किया कि सरकार ने हत्या के तीनों मामलों को गंभीरता से लिया है और स्थिति से कुशलता से निपट रही है। बोम्मई ने कहा, मैं शुक्रवार को वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक करूंगा। गुरुवार की रात हुई फाजिल की हत्या का कोई सुराग नहीं है।
हम इसे सिर्फ एक हत्या नहीं मान रहे हैं, बल्कि यह एक पूर्व नियोजित कार्रवाई है। कुमारस्वामी ने मुख्यमंत्री को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि जब वह (बोम्मई) मंगलुरु में थे, तब तीसरी हत्या हुई। सीएम वहां से भाग गए। उन्होंने पुलिस को कार्रवाई करने का निर्देश देने में साहस नहीं दिखाया।
सीएम बोम्मई के डर का कारण क्या है? क्या वह अ²श्य हाथों के निदेशरें से बंधे हैं?कुमारस्वामी ने कहा, हत्याओं को रोकने के बजाय, सीएम बोम्मई बुलडोजर की राजनीति कर रहे हैं। यह कर्नाटक में 'जंगल राज' लाने की साजिश है।
सिद्धारमैया ने राज्य गृह मंत्री अरागा ज्ञानेंद्र के इस्तीफे की मांग की। उन्होंने कहा कि युवाओं की लाशों के साथ राजनीति की जा रही है। विपक्ष के आरोपों पर प्रतिक्रिया देते हुए सीएम बोम्मई ने कहा कि विपक्ष के आरोप हास्यास्पद हैं।