रयात बाहरा यूनीवरसिटी की ओर से ट्राईसिटी के हर आयु वर्ग के लोगों को योग का अयास करके आपनी मानसिक और शरीरक सेहत को बेहतर बनाने के लिए उत्साहित और प्रेरित करने के लिए फ्रैगरैंस गार्डन, सैकटर-फ्म् चंडीगढ में अंतराष्ट्रीय योग दिवस मौके योगा समागम का आयोजन किया गया।
इस दौरान रयात बाहरा यूनीवरसिटी कैंपस में भी योग दिवस मनाया गया॥ आज सवेर भ्.फ् से म्.फ् वजे तक्क चंडीगढ में हुए इस समागम में योगा ट्रेनर भारती योग संसथा ने हाज़रीन को योगा के आसनों का प्रदश्र्न किया। आयूश चंडीगढ के डायरैकटोरेट और चंडीगढ नगर निगम के सहयोग के साथ आयोजित इस समागम में क् से अधिक आरबीयू विद्यारथियों के इलावा फ् अन्य प्रतीभागियों ने भाग लिया॥
इस मौके रयात बाहरा यूनीवरसिटी के चांसलर गुरविन्दर सिंह बाहरा ने कहा कि यह कसरत और सेहतमन्द गतीविधी का एक महवपूर्ण स्त्रोत है, लाखों लोगरोज़ाना के आधार पर इस में शामिल होते हैं और अयास करते हैं। बहुत सारे लोगों के लिए यह रुटीन में शरीर, मन और आत्मा को जोड़ने का एक तरीका है, जो सदियों से मौजूद है।
इस दौरान रयात बाहरा यूनीवरसिटी के वाईस-चांसलर डा. परविन्दर सिंह ने कहा कि योग को एक प्राचीन अयास माना जाता है, जो भारत में भ्, साल पहले शुरू हुआ था। योगा को ज्ञान के पास जाने के लिए मन, शरीर और आत्मा को आपस में जोड़ने के एक तरीके के तौर पर विकसत किया गया था।
जैसे कि यह अयास पश्च्िम में प्रसिद्ध हो गया,उसी तरह शरीर की आम तन्दरुसती, शरीरक चोट और गंभीर दर्द को कम करने में मदद करने के दायवों के साथ यह एक कसरत और आराम विधी के तौर पर भी प्रसिद्ध हो गया।
रयात बाहरा यूनीवरसिटी कैंपस में एनसीसी और एनएसएस विंग की ओर से मनाए गए योग दिवस मौके प्रो.मेजर ए.एस. चाहल ने मुय कोआरडीनेटर की भू्मिका निभाई। इसके साथ ही प्रिंसीपल डा. विमल कालिया की अगवाई में रयात बाहरा डैंटल कालेज और हस्पताल की ओर से भी योग दिवस मनाया गया।