बिहार में सेना भर्ती में अग्निपथ योजना पर बवाल दूसरे दिन यानी गुरुवार को भी जारी है। बक्सर और जहानाबाद सहित कई जिलों में छात्र इस योजना के विरोध में रेलवे ट्रैक और सड़कों पर उतरे और जमकर हंगामा किया। छपरा रेलवे स्टेशन पर प्रदर्शनकारियों ने ट्रेन की एक बोगी में आग लगा दी जबकि आरा रेलवे स्टेशन पर प्रदर्शनकारियों ने जमकर पत्थरबाजी की।
सेना में भर्ती के लिए लाई गई अग्निपथ योजना के विरोध में बिहार के जहानाबाद, बक्सर में छात्रों ने बवाल किया है। वहां छात्रों ने सड़कों को जाम किया और आगजनी की। जहानाबाद में छात्र रेलवे स्टेशन पर पहुंचे और रेल पटरी पर प्रदर्शन किए, लेकिन पुलिस ने छात्रों को खदेड़ दिया। नवादा, आरा, अरवल में भी छात्र सड़कों पर उतरे और केंद्र सरकार के विरोध में नारे लगाते हुए उग्र प्रदर्शन किया।
नवादा में प्रदर्शनकारी छात्रों ने कई वाहनों को भी निशाना बनाया। जहानाबाद स्टेशन पर युवाओं ने प्रदर्शन किया। यहां युवाओं ने ट्रेनों के साथ स्टेशन के ठीक बगल से गुजरने वाले एनएच पर वाहनों का आवागमन भी बाधित किया। करीब ढाई घंटे के बाद पुलिस ने लाठीचार्ज कर युवाओं को खदेड़ा। इधर, बक्सर और नवादा में भी हंगामा शुरू हुआ है।
नवादा जिले में वारसलीगंज विधानसभा क्षेत्र की विधायक अरुणा देवी की गाड़ी पर भी प्रदर्शनकारियों ने पत्थरबाजी की। इस घटना में विधायक पूरी तरह सुरक्षित हैं। गुरुवार की सुबह बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारी सड़कों पर उतर गए और आरा स्टेशन के पास पहुंचकर स्टेशन पर पथराव किया गया जिससे रेलवे की संपत्ति को नुकसान पहुंचा।
छपरा रेलवे स्टेशन पर खडी एक ट्रेन की बोगी में प्रदर्शनकारियों ने आग के हवाले कर दिया। मुंगेर में भी छात्रों के प्रदर्शन की खबर है। इससे पहले बुधवार को भी बक्सर, मुजफ्फरपुर, बेगूसराय में भी विरोध हुआ था। छात्र सेना में चार साल की भर्ती वाली इस योजना से नाराज हैं। छात्रों का कहना है कि चार साल की नौकरी के बाद 25 प्रतिशत छात्रों को तो नौकरी मिल जाएगी लेकिन 75 फीसदी लोग बेरोजगार हो जायेंगे।
उल्लेखनीय है कि कई राज्यों ने पुलिस भर्ती में अग्निवीरों को प्राथमिकता देने की घोषणा की है। कई विभागों ने भी इन लोगों की प्राथमिकता देने की घोषणा की है। गौरतलब है कि सरकार ने सेना भर्ती में पुरानी प्रक्रिया को बदलते हुए अग्निपथ योजना की शुरूआत की है, जिसमे चार साल के लिए युवाओं की भर्ती होगी।