रयात बाहरा यूनिवरि्सटी स्कूल आफ मैनेजमेंट स्टड्ठीज़ की तरफ से 'सामाजिक तालमेल -इकट्ठा करोःसहयोग करोःयोगदान दो' पर एक वर्कशाप का आयोजन किया गया॥ डा. श्रीमती विभा तलूजा, ए.एस.एच.आई.ऐसोसीएशन फार सोशल हैल्थ इन्न इंडिया, हरियाणा राज्य शाखा की प्रधान, इस समागम के लिए मुय मेहमान थे। इस वर्कशाप में विद्यारि्थयों के साथ-साथ फेकल्टी सदस्यों ने भी भाग लिया। इस दौरान डा. विभा तलूजा ने चुणौतीपूर्ण स्थितियों पर चर्चा की जो समाज विरोधी उद्देश्यों के लिए औरतेंा और बच्चों के शोषण का कारण बनतीं हैं।
उन्होंने विद्यारि्थयों को सामाजिक एकता और समाज की बेहतरी के लिए कैसे काम करना है, बारे भी रौशनी डाली। उन्होंने अपने भाषण दौरान अपने आप को पुर्नगठन करने और अपनी चेतना में एकता लाने के लिए काम करने की ज़रूरत पर ज़ोर दिया। इस मौके यूनिवरि्सटी स्कूल आफ लाअ की डीन प्रो.डा. ऋचा रंजन ने अपने विचार प्रकट करते चर्चा की कि कैसे एक व्यक्ति समाज में दबे -कुचले लोगों को ऊँचा उठाने के लिए योगदान डाल सकता है और विद्यारि्थयों को सामाजिक एकता के लिए योगदान डालने के लिए उत्साहित भी किया।
श्री. सरवप्रिआ निरमोही, डायरैटर यूनिवरि्सटी स्कूल आफ मीडिया स्टड्ठीज़ ने इस मुद्दे पर विचार विमर्श किया और सामाजिक ज़िमेदारी के अनुकूल व्यक्ति की कार्यवाहियों,सामूहिक तौर पर समाज पर उनके प्रभाव बारे विचार सांझे किए। प्रो. (डा.) परविन्दर सिंह, वाईस चांसलर, आर.बी.यू. ने इस विशेष मौके पर अपनी कीमती जानकारी सांझी करने के लिए मुय मेहमान डा.तलूजा का धन्यवाद किया। उन्होंने हाज़रीन को धार्मिक गुरूओं द्वारा दिखाई सामाजिक ज़िमेदारी और सामाजिक कामों बारे भी बताया।
इस से पहले यूनिवरि्सटी स्कूल आफ मैनेजमेंट स्टड्ठीज़ के डीन, प्रोफ़ैसर (डा.) अविकशित ने आदरणिय का स्वागत किया और सामाजिक एकता की जटिल उसारी पर विचार -विमर्श की ज़रूरत पर चर्चा की। इस समागम के समाप्ति सैशन दौरान विभाग की प्रमुख अंशु गाबा ने पहुँचे समूह मेहमानों का धन्यवाद किया। फोटो कैप्शनःवर्कशाप दौरान डा. विभा तलूजा हाज़रीन को संबोधन करते हुए। डा. विभा तलूजा को समानित करते हुए यूनिवरि्सटी प्रबंधक।