पंजाब विधानसभा के स्पीकर राणा के पी सिंह की माता श्रीमती राज रानी को आज गुरुद्वारा टिब्बी साहिब में, उनके भोग और अंतिम अरदास के दौरान मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी सहित कई मशहूर शख्सियतों ने श्रद्धाँजलि भेंट की।माता राज रानी जी को श्रद्धाँजलि भेंट करते हुए पंजाब के मुख्यमंत्री स. चरणजीत सिंह चन्नी ने, उनके परिवार के साथ लंबे समय से जुड़े रिश्तों को याद करते हुए कहा कि श्रीमती राज रानी जी का निधन उनके लिए एक बड़ी निजी क्षति है। उन्होंने कहा कि माता जी एक पवित्र और धार्मिक शख्सियत थीं, जिन्होंने अपनी संतान को उच्च शिक्षा प्रदान करके परिवार का भविष्य संवारने में अहम भूमिका निभाई। मुख्यमंत्री चन्नी ने कहा कि माता राज रानी जी की दूरदर्शी और अपने बच्चों और पोते-पोतियों को शिक्षित करने का जुनून, इस तथ्य से ज़ाहिर होता है कि उनका पुत्र पंजाब विधानसभा के स्पीकर के सर्वाेच्च संवैधानिक पद पर विराजमान होकर राज्य और यहाँ के लोगों की सेवा कर रहा है।मुख्यमंत्री ने राणा परिवार की विलक्षण भूमिका की सराहना की, जिसने एक ओर जहां मानवता के कल्याण के लिए अपनी इमानदारी, अखंडता और लगन के लिए एक बेदाग प्रतिष्ठा हासिल की वहीं दूसरी ओर इमानदारी और निष्ठा के साथ राज्य, पार्टी और लोगों की सेवा की। मुख्यमंत्री चन्नी ने कहा कि माता राज रानी जी के अकाल प्रस्थान से एक ऐसा सूनापन पैदा हो गया है जिसे निकट भविष्य में दूर किया जाना मुश्किल है। उन्होंने नूरपुर बेदी ब्लॉक के गाँव खटाना की सरपंच रहते हुए माता राज रानी की राजनैतिक, सामाजिक और धार्मिक क्षेत्र में निभाई गई सेवाओं की भी प्रशंसा की।
माता राज रानी जी को श्रद्धाँजलि भेंट करते हुए मुख्यमंत्री ने इस दुख की घड़ी में परिवार के सदस्यों, दोस्तों और रिश्तेदारों के प्रति अपनी हार्दिक संवेदनाएं व्यक्त कीं। उन्होंने कहा कि माता जी के भोग और अंतिम अरदास के दौरान हर वर्ग के हज़ारों लोगों की उपस्थिति दर्शाती है कि इलाके के लोग उनका कितना सत्कार करते थे। मुख्यमंत्री चन्नी ने माता जी को एक दूरदर्शी और बुद्धिमान शख्सियत बताया जिन्होंने अपने बच्चों को अपने जीवन में सफल होने और समाज की सेवा करने के लिए अच्छी शिक्षा दी, वह भी ऐसे समय में, जब लोगों में शिक्षा की महत्ता बारे जागरूकता की कमी थी।माता राज रानी की अंतिम अरदास में शामिल होने वालों और श्रद्धा सुमन अर्पित करने वाली अन्य प्रमुख शख्सियतों में केबिनेट मंत्री स. मनप्रीत सिंह बादल, संसद मैंबर मनीष तिवारी और मुहम्मद सदीक, पूर्व संसद मैंबर संतोष चौधरी, एच एस हंसपाल, अविनाश राय खन्ना और बलवंत सिंह रामूवालिया, पूर्व मंत्री डॉ. दलजीत सिंह चीमा और मास्टर मोहन लाल, विधायक बलबीर सिंह सिद्धू, दर्शन लाल मंगूपुर, अंगद सिंह नवांशहर, अमरीक सिंह ढिल्लों, स. कुलबीर सिंह ज़ीरा, अमन अरोड़ा, अमरजीत सिंह सन्दोआ, सुनील दत्ती, एच.एस. हंसपाल, पूर्व एम.एल.एज़ भाग सिंह, जोड़ा किशोर, शमशेर सिंह राय, हिमाचल प्रदेश से विधायक मुकेश अग्निहोत्री (हरोली-ऊना) और राम लाल (नैना देवी), एन आर आई कमीशन पंजाब के ऑनरेरी मैंबर दलजीत सहोता, प्रमुख सचिव /मुख्यमंत्री हुसन लाल, कमिश्नर रूपनगर डिवीज़न मनवेश सिंह सिद्धू, यूथ कांग्रेस के प्रधान बरिन्दर सिंह ढिल्लों और अन्य गणमान्य शामिल थे।गुरुद्वारा साहिब के प्रबंधक संत बाबा अवतार सिंह ने इस अवसर पर मुख्यमंत्री स. चरणजीत सिंह चन्नी और स्पीकर पंजाब विधानसभा राणा के पी सिंह द्वारा इस गुरू घर के सेवकों के तौर पर सड़क बनवाने और अन्य सेवाओं में दिए सहयोग के लिए उनको दोशाला देकर सम्मानित किया।