पंजाब वाटर रैगूलेशन एंड डिवैल्पमैंट अथॉरिटी के चेयरमैन और दो सदस्यों को शपथ दिलाई गई
राज्यपाल ने दिलाई शपथ, मुख्यमंत्री और जल स्रोत मंत्री भी रहे उपस्थित
Web Admin
5 Dariya News
चंडीगढ़ , 04 Aug 2020
पंजाब के राज्यपाल वी.पी. सिंह बदनौर ने आज पंजाब भवन में पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह और जल स्रोत मंत्री सुखबिन्दर सिंह सरकारिया की उपस्थिति में वीडियो कॉन्फ्रेंस के द्वारा पंजाब वाटर रैगूलेशन एंड डिवैल्पमैंट अथॉरिटी के चेयरमैन करण अवतार सिंह और दो सदस्यों सुरिन्दर सिंह कुकल और सुशील गुप्ता को संविधान के प्रति फर्ज, गोपनीयता और वफादारी की शपथ दिलाई। अथॉरिटी के चेयरमैन करण अवतार सिंह 1984 बैच के आईएएस अधिकारी और पंजाब के पूर्व मुख्य सचिव हैं।इससे पहले पंजाब की मुख्य सचिव विनी महाजन ने राज्यपाल की सहमति से शपथ ग्रहण समारोह शुरू करवाया। समारोह के बाद नवनियुक्त चेयरमैन और सदस्यों को बधाई देते हुए पंजाब के राज्यपाल वी.पी. सिंह बदनौर और पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने उनको भविष्यीय कार्यों के लिए शुभकामनाएँ दीं। शपथ ग्रहण समारोह के अवसर पर जल स्रोत विभाग के प्रमुख सचिव सरवजीत सिंह और अन्य अधिकारी भी मौजूद थे।अथॉरिटी के नवनियुक्त चेयरमैन करण अवतार सिंह से एक संक्षिप्त मुलाकात के बाद जल स्रोत मंत्री सुखबिन्दर सिंह सरकारिया ने कहा कि अथॉरिटी को राज्य के जल स्रोतों के उचित, निष्पक्ष और प्रभावशाली ढंग से प्रबंधन और विकास और इससे जुड़ी समस्याओं के स्थायी हल के लिए सब अधिकार दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि अथॉरिटी पानी के महत्वपूर्ण स्रोतों को बचाने के लिए पंजाब सरकार के सहृदय यत्नों को और मजबूत करेगी। उन्होंने बताया कि राज्य के जल स्रोतों के संरक्षण और प्रबंधन के लिए अथॉरिटी को दिशा-निर्देश और हिदायतें जारी करने का अधिकार दिया गया है।उन्होंने उम्मीद अभिव्यक्ति कि दिनो-दिन गंभीर होती जा रही पानी की समस्या के हल के लिए अथॉरिटी कोई सार्थक नीति या सुझाव लेकर आयेगी। श्री सरकारिया ने कहा कि अथॉरिटी को पानी के कुशल प्रयोग को यकीनी बनाने और पानी की बर्बादी या दुरुपयोग को कम करने और पानी के पुन: प्रयोग को उत्साहित करने के लिए आदेश जारी करने का अधिकार दिया गया है। इसके साथ-साथ यह अथॉरिटी एकीकृत राज्य जल योजना के अनुसार पंजाब के जल स्रोतों के विकास, प्रबंधन और संरक्षण को यकीनी बनाएगी। इसके अलावा अथॉरिटी समय-समय पर पानी के संरक्षण, विकास और प्रबंधन के लिए नीतियाँ और प्रोग्रामों संबंधी सरकार को सलाह भी देगी।एक महत्वपूर्ण कार्य के तौर पर यह अथॉरिटी पानी के संरक्षण, प्रयोग और गुणवत्ता से जुड़े सर्वेक्षण, जांच और खोज कार्य भी करेगी।