मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) ने गुरुवार को जम्मू एवं कश्मीर विधानसभा को भंग किए जाने के निर्णय को 'अवैध व असंवैधानिक' बताया। माकपा ने अपने बयान में कहा, "केंद्र के इशारे पर विधानसभा भंग करने की राज्यपाल की कार्रवाई अवैध व असंवैधानिक कदम है।" बयान के अनुसार, "राज्यपाल के पास यह निर्णय करने का कोई कारण नहीं है कि 'विपक्षी विचारधारा' रखने वाली पार्टियां सरकार बनाने के लिए उपयुक्त नहीं हैं। इस आधार पर, चुनाव बाद भाजपा-पीडीपी सरकार को सरकार गठन की इजाजत नहीं देनी चाहिए थी।" बयान के अनुसार, "राज्यपाल यह कर सकते हैं कि वह बहुमत का दावा करने वाले दल को सदन के पटल पर बहुमत साबित करने के लिए कहें।" बयान के अनुसार, "मोदी सरकार द्वारा उठाए गए इस सत्तावादी उपाय से राज्य की स्थिति और खराब व जटिल हो जाएगी।"