परिवहन मंत्री सुनील कुमार शर्मा ने आज यहां परिवहन आयुक्त के कार्यालय से व्यापक ऑनलाइन डीलर सहायक पंजीकरण शुरू किया।इस समारोह में पूरे राज्य के लगभग डेढ़ सौ ऑटोमोबाइल डीलरों ने भाग लिया, जिसमें सभी जिलों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में शामिल हुए।इस अवसर पर बोलते हुए, मंत्री ने मोटर वाहन विभाग की बधाई दी और कहा कि विभाग जनता को परेशानी मुक्त और त्वरित सेवा प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने आगे यह साझा किया कि डीलर सहायता प्राप्त पंजीकरण एक कुशल और तेजी से वितरण व्यवस्था को स्थापित करने में लंबा रास्ता तय करेगा। उन्होंने ऑटोमोबाइल डीलरों के पंजीकरण के नए ऑनलाइन मोड अपनाने में उनकी सक्रिय भूमिका के लिए सराहना की और कहा कि ऑटोमोबाइल डीलर और विभाग दोनों को पारदर्शिता के लक्ष्य को प्राप्त करने के प्रयास करना चाहिए।परिवहन मंत्री सुनील शर्मा ने मोटर वाहन विभाग के प्रयासों की सराहना करते हुए यह भी सूचित किया कि आने वाले दिनों में ऑनलाइन डीलर सहायता पंजीकरण आगे सरल होगा। उन्होंने यह भी बताया कि विभाग ने अपने अभियान में सेवाओं को और अधिक सुलभ बनाने और सभी हितधारकों के लिए आसान पहले से ही ऑनलाइन ड्राइविंग लाइसेंस के लिए परीक्षण किया है, जो कि राज्य के सभी जिलों में लगातार जारी किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि राज्य के - ड्राइविंग अनुसंधान और प्रशिक्षण संस्थान के रूप में अच्छी तरह से एकीकृत प्रमाणन केंद्र भी निर्माणाधीन हैं। उन्होंने कहा ‘हम सड़क यात्रा को सुरक्षित और परेशानी मुक्त करने के लिए यात्रियों को सशक्तीकरण के लिए मोबाइल एप्लिकेशन और सॉफ्टवेयर विकसित कर रहे हैं।’परिवहन आयुक्त, सौगात बिस्वास ने विभाग द्वारा शुरू किए गए प्रयासों की पृष्ठभूमि दी। उन्होंने कहा कि इस सुविधा को नवंबर 2017 में पूरे राज्य के लिए डेटा पंचिंग और शुल्क संग्रह चरण तक बढ़ाकर एक महत्वाकांक्षी शुरुआत की गई थी।
इस वर्श इसे आगे डीलरों द्वारा दस्तावेजों को अपलोड करने और आरटीओ/ एआरटीओ को फाइल के इलेक्ट्रॉनिक संचरण को शामिल करने के लिए अपग्रेड किया गया है जिससे इस चक्र को पूरा किया जा सके। उन्होंने जोर दिया कि वाहन ग्राहकों को वैधानिक फीस और करों के अलावा नए ऑनलाइन सिस्टम में अतिरिक्त कुछ भी भुगतान करने की आवश्यकता नहीं है।संयुक्त परिवहन आयुक्त विकास शर्मा ने नई प्रक्रिया को समझाते हुए बताया कि डीलर सहायक पंजीकरण अब गैर-वाणिज्यिक परिवहन वाहनों के पंजीकरण के लिए भी है।कोई भी ग्राहक अब अपने दस्तावेज, शुल्क और करों को जमा कर वाहन डीलर पूरा अस्थायी पंजीकरण कर सकता है।विभाग ने सिस्टम को अपग्रेड कर दिया है ताकि डीलरों को सभी दस्तावेजों को अपलोड करने के लिए सक्षम किया जा सके जिससे डीलर को आरटीओ/ एआरटीओ कार्यालयों को फाइलों के इलेक्ट्रॉनिक संचरण को सक्षम किया जा सके। नई प्रणाली के साथ वाहन पंजीकरण फाइल को भौतिक तौर पर नहीं ले जाया जाएगा और डीलर को शुल्क/ कर का भुगतान करने के बाद पंजीकरण दस्तावेज स्वतः आरटीओ/ एआरटीओ कार्यालयों को ऑनलाइन स्थानांतरित हो जाएगंे। इससे जनता को अपनी नई वाहनों को पंजीकृत करने में बड़ी सुविधा मिलेगी।इस अवसर पर, सुनील शर्मा ने वाहन सहायक डीलरों को सहायता प्रदान की गई पंजीकरण प्रक्रिया अपनाने में सक्रिय योगदान के लिए भी सम्मानित किया। इस अवसर पर इरफान अहमद नरवारू और दवेन्द्रर बत्रा ने विभाग की बधाई दी। अनिल गुप्ता (मैसर्स श्री टोयोटा) द्वारा दो वाहनों के दस्तावेज और शुल्क/ करों का संग्रह को मौके पर प्रदर्शित किया गया और अस्थाई पंजीकरण तथा ऑनलाइन तैयार किए गए दस्तावेजों को मंत्री द्वारा वाहन मालिकों को सौंपा गया।समारोह मेंएमडी जेकेएसआरटीसी मीर अफरोज, अतिरिक्त परिवहन आयुक्त मोहिंदर सिंह, क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी कश्मीर, जम्मू और कठुआ, श्रीनगर और जम्मू से विभाग के वरिष्ठ अधिकारी और डीलर उपस्थित थे।राज्य के सभी जिलों के बहुत सारे डीलरों ने जिला एआरटीओ के साथ वीडियो कांफेंस से समारोह में भाग लिया।