बागवानी मंत्री सईद बशारत अहमद बुखारी ने आज विभाग को राज्य में गुणवत्ता वाली पौध सामग्री में आत्मनिर्भरता प्राप्त करने तथा संरक्षण उद्यमियों को वढावा देने हेतु तत्काल काम शुरू करने के निर्देश दिये।उन्होंने कहा कि इसके लिए राज्य के बागवानी उत्पादन को अधिकतम करने हेतु मौजूदा योजनाओं के तहत सम्बंधित कृशि जलवायु क्षेत्रों के दायरे के साथ साथ विभागीय नर्सरियों को विकसित करने हेतु एक दोहरे दृश्टिकोण की आवश्यकता है।मंत्री ने यह बात राज्य में बागवानी योजना एवं विपणन विभाग तथा बागवानी विभाग की कार्यप्रणाली की समीक्षा हेतु एक बैठक की अध्यक्षता करते हुए कही।बागवानी राज्य मंत्री प्रिया सेठी, राज्य बागवानी विकास बोर्ड के उप चेयरमैन अब्दुल सलाम रीशी, बागवानी सचिव मंजूर अहमद लोन, बागवानी निदेशक जम्मू अनुराधा गुप्ता, निदेशक कश्मीर मोहम्मद हुसैन मीर, निदेशक बागवानी योजना एवं विपणन मंजूर अहमद कादरी, बागवानी विता निदेशक पीएस रकवाल, कानून प्रवर्तन निदेशक सुशील साहनी, बागवानी संयुक्त निदेशक जम्मू तरविन्द्र सिंह, संयुक्त निदेशक कश्मीर लोकेश कुमार बाली, सम्बंधित डीडी, सीएचओ, डीएचओ, एसएमएस तथा सम्बंधित विभागों के अन्य जिला अधिकारी बैठक में उपस्थित थे।जम्मू तथा कश्मीर संभागों के लिए विभाग के प्रदर्शन की विस्तृत समीक्षा करते हुए मंत्री ने कहा कि विभाग का जनादेश तकनीकी ज्ञान, मशीनरी, विपणन अवसरों के साथ उत्पादकों को सुविधा प्रदान करना है।
मंत्री ने निर्देश देते हुए कहा कि सरकार उत्पादकों के हितों की रखा के लिए सभी उपाय करेगी इसलिए विभाग के प्रदर्शन को जमीनी स्तर पर सुगम बनाने के लिए कर्मचारियों की भविश्य की प्रगति को उनके वार्शिक प्रदर्शन से जोडा जायेगा।मंत्री ने राज्य में अखरोट, लीची सहित फसलों के लिए उत्पादकों को अच्छी गुणवत्ता वाला पौध उपलब्ध करवाने हेतु नर्सरियां स्थापित करने के निर्देश भी दिये। उन्होंने विभाग से स्कास्ट के परामर्श के साथ एक विस्तृत रिपोर्ट तैयार करने के लिए भी कहा।उन्होंने उत्पादको के लिए समय समय पर कौशल विकास कार्यो को आयोजित करने के साथ साथ विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों के लिए एक प्रशिक्षण नीति पर भी बल दिया।दो नई कीटनाशक जांचशालाओं पूरी तरह से क्रियशील बनाने में हो रही देरी का कड़ा संज्ञान लेते हुए सुविधाओं के लिए तत्काल मानव शक्ति में वृद्धि लाने और इन्हें दो सप्ताह के भीतर पूरा करने के निर्देश दिये।बैठक के दौरान मंत्री ने लोगों के मध्य जागरूकता बढाने के महत्व पर बल देते हुए यथाशीध्र एक मजबूत लोक सूचना वितरण प्रणाली तैयार करने के निर्देश दिये। इसके लिए उन्होंने लोगों को शिक्षित करने हेतु विभागीय समाचार पत्र, पत्रिकाएं, दस्तावेजी सुविधाओं के निर्माण और जारी करने के निर्देश दिये।बैठक में यह निर्णय लिया गया कि राज्य के उत्पादकों के साथ एक सम्मेलन आयोजित किया जायेगा।