पवित्र काली वेंईं किनारे पद्मश्री संत बलवीर सिंह सीचवाल से विशेष भेंटवार्ता दौरान श्रमण संघीय सलाहकार उप-प्रवर्तक नवकार, साधक गुरुदेव डॉ. तारक ऋषि महाराज ने कहा कि शुद्ध पानी और हवा का मनुष्य के अध्यात्म जीवन के साथ गहरा संबंध है। और संत सीचेवाल का मिशन इसी पर अधारित है।उन्होंने संत सीचेवाल द्वारा पवित्र काली पर की गई कारसेवा के अवलोकन के साथ साथ पार्यावरण की शुद्धता हेतू चलाए गए मिशन की भरपूर शब्दों में सराहना की। उन्होंने कहा की जैन धर्म में सेवा व समर्पण सबसे अधिक महत्वपूर्ण है। इस दौरान उन्होंने कहा कि जो इंसान धर्म की पालना करेगा, उसके मन में दया भाव अवश्य होता है। संत सीचेवाल ने विचार गोष्ठी मौके डा.तारिक ऋषि सहित डॉ. श्री सुयोग ऋषि जी आदि सप्तऋषि आदि को पवित्र काली वेंईं के धार्मिक एवं भूगोलिक महत्व के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि पवित्र काली वेंईं की कारसेवा में से पंजाब के प्रदूषित हो रहे पानी का मुद्दा उठाया गया जोकि निरंतर जारी है। उन्होंने सत्ताधारी पार्टी हुक्मरानों से आशा व्यक्त की कि वे 2019 को आ रहे श्री गुरुनानक देव जी के 550 वें प्रकाशोत्सव से पूर्व पूरे पंजाब के पाकृतिक जल सत्रोतों सहित हवा को पूर्ण रुप से प्रदूषण से मुक्ति दिलाऐगें। उन्होंने जैन मुनीयों को शताब्दी समागमों में पधारने का निमंत्रण दिया। इस मौके पर तरुण जैन ने बताया की जैन ऋषि चार महीने अज्ञातवास में रहकर ध्यान लगाते हैं और आठ महीने भ्रमन। प्रवीण जैन,प्रथमेश जैन, रजीव जैन,सूरेश जैन,आदि शहर के जैन बंधूओं ने कहा कि जैन संतों की शरण में आने से तन व मन दोनों को शांति मिलती है।उन्होंने संत सीचेवाल की कारसेवा कार्यों को सुल्तानपुर लोधी निवासियों पर बहुत बड़ा उपकार बताया।