लुधियाना कालेज आफ इंजीनियरिंग एंड टैक्नोलाजी, कटानी कलां द्वारा अपने छात्रों को नशे के खिलाफ एकत्र होते हुए पढ़ाई के साथ साथ छात्रों को नशे के दुषप्रभाव बारे जागरुक करने का निर्णय भी किया गया है। इसी कड़ी के तहत कैंपस में एक सैमिनार का आयोजन करवा किसी भी तरह के नशे के दुषप्रभावों बारे जागरुक किया जा रहा है।इस अवसर पर एलसीईटी के प्रिंसीपल डा जरनैल सिहं ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि अधिकतर नशा शौंक व स्वाद के रूप में शुरू होता है जबकि इसके परिणाम बेहद भ्यानक होते हैं। उन्होंने आगे कहा कि आज नशा देश के भविष्य को खोखला कर रहा है। उन्होंने कहा कि बेशक सरकार इस गंभीर विषय को लेकर चिंतित है और इसके लिए सख्त कानून भी बनाए गए हैं, परंतु फिर भी युवा कई बार डिपरेशन का शिकार होकर नशा करना शुरू कर देते हैं, जो बाद में उनकी जिंदगी तबाह कर देता है।मकैनिकल विभाग के मुखी वाई एन गुप्ता ने छात्रों को नशों के प्रभाव बारे जागरुक करते हुए कहा कि नशा करने वाले के साथ साथ्ज्ञ उसका पूरा परिवार बर्बाद हो जाता है और यह नुक्सान आने वाली पीढिय़ों पर भी पड़ता है। उन्होंने छात्रों को अपील करते हुए कहा कि वे किसी भी तरह के नशे के खिलाफ एकत्र हो और साथ ही अपने आस पास नशा करने वाले व्यक्ति को इसके दुषप्रभाव बारे अवगत करवाते हुए समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारी निभाएं।एलसीईटी के चेयरमैन विजय गुप्ता ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि आज जिस तरह युवा पीढ़ी नशे की दलदल में घुस कर अपना जीवन बर्बाद कर रही है वह पूरे समाज के लिए चिंता का विषय है। उन्होंने इस बात पर जोर देते हुए कहा कि पंजाब की जवानी इस तरह नशे में लिप्त हो रही है उसको इस दलदल से निकालने के लिए शैक्षिक संस्थाओं को आगे आना होगा। इस अवसर पर एलसीईटी के अध्यापकों ने भी छात्रों को नशे के खिलाफ अपनी आवाज बुलंद करते हुए किसी भी तरह के नशे से परहेज करने के लिए प्रेरित किया। अंत में सभी ने नशों के खिलाफ एकजुट होने की शपथ ली।