जम्मू व कश्मीर विधान परिषद के चेयरमैन हाजी अनायत अली ने आज स्कारूट-जे में ई-स्टूडियो और मेगा बीज इकाई की स्थापना में कथित तौर पर विफलताओं की जांच के लिए एक समदन समिति गठित करने की घोषणा की।सुरेंद्र कुमार चौधरी द्वारा उठाए गए प्रश्न के पर संबंधित मंत्री द्वारा उत्तर के दौरान मध्यस्थता करते हुए अध्यक्ष ने घोषणा की।इस बीच, मुख्य प्रश्न का उत्तर देते हुए, कृषि मंत्री गुलाम नबी लोन हंजूरा ने बताया कि विश्वविद्यालय ने ई-कियोस्क के गैर-कार्यान्वयन के कारणों का पता लगाने के लिए एक समिति गठित की है।उन्होंने कहा कि समिति द्वारा तथ्यों को खोजने के बाद, विश्वविद्यालय दोशी अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करेगा। उन्होंने आगे बताया कि जम्मू और कश्मीर सिविल सेवा के नियम 30 के अनुसार जम्मू व कश्मीर सीएसआर के अनुच्छेद 226 (2) में निर्दिष्ट अन्य से अधिक आनुपातिक पेंशन पर समयपूर्व सेवानिवृत्ति, मेगा बीज परियोजना में चूक के बारे में जाचं करने के लिए गठित अन्य एक समिति की सिफारिश पर पूर्व निदेशक अनुसंधान डॉ एनए सूदन पर का जुर्माना किया गया। मंत्री ने बताया कि रक्ख-चट्ठा, शहजादपुर, गुर्जरां और चट्ठा में 3594 कनाल और 9 मरला के लिए 21 लाख करोड़ रुपये की राशि का अंतिम अवार्ड कलेक्टर भूमि अधिग्रहण द्वारा द्वारा स्कास्ट -जे के लिए जारी किया गया था। उन्होंने बताया कि सरकार लोगों को रोजगार मुहैया कराने के प्रस्ताव पर विचार कर रही है जिनकी भूमि विश्वविद्यालय द्वारा अधिग्रहित की गई थी।