खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामलों के मंत्री चौ जुल्फिकार अली ने केन्द्रीय पर्यटन राज्य मंत्री महेश शर्मा से भेंट कर पीर पंचाल के 7 झीलों के विकास, राजोरी पुंछ के लिए धार्मिक पर्यटक सर्किट एवं विरासत विकास प्राद्यिकरण के मुद्दे पर चर्चा की।बैठक के दोरान मंत्री ने राजोरी पुंछ क्षेत्र की सम्पूर्ण पर्यटन क्षमता का 50 पन्नों का ज्ञापन पेश किया। उन्होंने कहा कि 7 झीलों का क्षेत्र ब्रहमगला (चाई) पहाडी से शुरू होता है तथा यह रावीवली दोक से ऊपर जाता है जो बुद्धल तहसील के अंतिम कोने से जुड़ता है। यह क्षेत्र समुंदर स्तर से लगभग 10,000 से 15,000 फीट ऊपर स्थित है।इन झीलों में नदंनसर, चंदनसर, सुखसर, बघसर, अकलदक्षणी, नीलसर तथा घुमसर शामिल है। मंत्री ने कहा कि अगर इन जिलों को राज्य के पर्यटन क्षेत्र में लाया जाये तो यह क्षेत्र के आर्थिक विकास के लिए नये मार्ग खोलेगा।
उन्होंने इस मुद्दे पर भारत सरकार से एक विशेशर पैकेज की मांग की।उन्होंने कहा कि जम्मू कश्मीर सरकार ने पहले से ही दो वर्श पूर्व इस मुद्दे को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के समक्ष रखा था तथा उन्होंने हर संभव सहायता का आश्वासन दिया था। धार्मिक पर्यटन के मुद्दे को उठाते हुए मंत्री ने केन्द्रीय सरकार से राजोरी पुंछ जिलों के धार्मिक स्थलों को बेहतर सम्पर्क उपलब्ध करवाने हेतु धार्मिक पर्यटक सर्किट शुरू करने की मांग की।मंत्री ने राजोरी-पुंछ जिलों के लिए अलग से विरासत पर्यटन विकास प्राद्यिकरण के मुद्दे को भी उठाया। उन्होंने कहा कि पुंछ तथा राजोरी में अधिक पर्यटन क्षमता है।जुल्फिकार ने भारत सरकार से क्षेत्र में रोमांच पर्यटन के लिए विषेश पैकेज देने का आग्रह भी किया।महेश शर्मा ने सभी मांगों को ध्यानपूर्वक सुना तथा आश्वासन दिया कि भारत सरकार राजोरी पुंछ क्षेत्रों को विकसित करने हेतु हर संभव सहायता देगी।