भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी के एक प्रतिनिधिमंडल ने विधायक लेह, नवांग रिगजिन जोरा के नेतृत्व में, आज यहां राजभवन में राज्यपाल एन एन वोहरा से मुलाकात की। प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों ने एक स्वतंत्र राज्य निर्वाचन आयोग की गैर मौजूदगी में जिस तरीके से पंचायत वार्ड का परिसीमन किया जा रहा है, पर चिंता जताई। उन्होंने परिसीमन प्रक्रिया के लिए एक स्वतंत्र आयोग/तंत्र की प्रारंभिक स्थापना की मांग की।प्रतिनिधिमंडल ने विभिन्न सरकारी विभागों में पिछले दरवाजे से अवैध तरीके से नियुक्तियों, सार्वजनिक वितरण प्रणाली के माध्यम से आटा और चावल आपूर्ति की कीमत में वृद्धि, निर्धारित पैमाने के अनुसार राशन, चीनी और केरोसिन तेल की अनुपलब्धता, दैनिक वेतनभोगियों और आकस्मिक श्रमिकों के नियमितीकरण में अत्यधिक विलंब, प्रशासनिक इकाइयों कार्यात्मक बनाने में देरी, 1947, 1965 और 1971 के शरणार्थियों को पूरा पैकेज को मंजूरी और नौकरियों और पेशेवर कॉलेजों में दाखिले की प्रक्रिया में उनके लिए आरक्षण देने में देरी आीर लोगों में असुरक्षा की भावना पैदा होने से कश्मीर से नए सिरे से पलायन का आरोप लगाया। राज्यपाल ने कहा कि प्रतिनिधिमंडल की शिकायतों को मुख्यमंत्री के समक्ष रखा जाएगा। प्रतिनिधिमंडल में अब्दुल राशिद डार विधायक सोपोर, देलदन नागग्याल विधायक नुब्रा, चौधरी मोहम्मद अकरम विधायक सूरनकोट, गुलजार अहमद वानी विधायक शांगस, गुलाम मोहम्मद सरूरी विधायक इंदरवाल, असगर अली करबलई विधायक कारगिल तथा विधान परिषद के सदस्य नरेश गुप्ता व विधान परिषद के पूर्व सदस्य रविन्द्र शर्मा शामिल थे।