नोटबंदी के कारण जहां देश भर में गंभीर संकट खड़ा हो गया है, वहीं ऐसा लगता है कि अरुणाचल प्रदेश पर इसका कोई गंभीर असर नहीं पड़ा है। अरुणाचल के मुख्यमंत्री पेमा खांडू ने इसे देश के लिए 'अच्छा' बताया है और कहा कि इससे पहले कि इसका उल्टा असर दिखे, राज्य में कनेक्टिविटी बढ़ाने की जरूरत है। खांडू ने आईएएनएस को बताया, "हमारी आबादी काफी कम है। हम महज 14 लाख लोग हैं। शुरू में हमें अपने लोगों को लेकर चिंता हुई, लेकिन बाद में लोगों ने महसूस किया कि नोटंबदी कुल मिलाकर देश के लिए अच्छी है। जहां तक बैंकों का सवाल है तो अरुणाचल प्रदेश में काफी कम बैंक हैं। कुछ जिलों में महज तीन या चार बैंक हैं। चूंकि हमारी आबादी ज्यादातर दूरदराज के इलाकों में रहती है, इसलिए हमें ऐसा तंत्र बनाना होगा, जिससे आनेवाले दिनों में लोगों को किसी प्रकार की परेशानी का सामना ना करना पड़े।"37 वर्षीय खांडू ने जुलाई में पदभार संभाला था। वे भारत के सबसे युवा मुख्यमंत्री हैं तथा अरुणाचल के नौंवे मुख्यमंत्री हैं। इस राज्य का गठन 1987 में हुआ था। खांडू पूर्व मुख्यमंत्री दोरजी खांडू के बेटे हैं जिनकी मौत एक हेलीकॉप्टर दुर्घटना में 2011 में हो गई थी।उन्होंने यहां अरुणाचल प्रदेश पर्यटन विभाग द्वारा आयोजित एडवेंचर एंड म्यूजिक समारोह के समापन मौके पर कार्यक्रम से इतर कहा, "आनेवाले सालों में हम अरुणाचल प्रदेश में अवसंरचना विकास पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं। जैसा कि आप देख सकते हैं, हमें रेलवे और सड़कों की जरूरत है। निजी निवेश सिर्फ होटल और होमस्टे में किया जा रहा है। मैं राज्य के पूर्वी हिस्से को रेलवे से जोड़ने के प्रयास में जुटा हूं। पासीघाट से इस लाइन की शुरुआत होगी। ज्यादातर पिलर का काम पूरा हो चुका है और मार्च 2017 तक सभी पिलर खड़े कर लिए जाएंगे।"पासीघाट फिलहाल दिल्ली से जु़ड़ा है और हर हफ्ते एक एसी ट्रेन यहां से दिल्ली आती-जाती है जिसका सफर 38 घंटों में तय होता है।