कांग्रेस पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष कैप्टन अमरिंदर सिंह के बेटे रणइंदर सिंह के फेमा के उल्लंघन मामले में परावर्तन निदेशालय (ईडी) के समक्ष पेश न होने टालमटोल की नीति बताते हुए भारतीय जनता पार्टी के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष एवं राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य श्री कमल शर्मा ने उन्हें परामर्श दिया है कि वे कानून से भागें नहीं बल्कि ईमानदारी से कानूनी कार्रवाई का सामना करें।प्रेस को जारी विज्ञप्ति में भाजपा नेता श्री कमल शर्मा ने कहा कि रणइंदर सिंह का परावर्तन निदेशालय के समक्ष पेश न होना बताता है कि दाल में अवश्य कुछ काला है जिसके चलते वे कानून का सामना करने का साहस नहीं जुटा पा रहे हैं। अगर अगर रणइंदर ने किसी कानून का उल्लंघन ही नहीं किया जैसा कि उनके पिता दावा करते आरहे हैं तो उन्हें कानूनी कार्रवाई का सामना करने से डरना नहीं चहिए। श्री शर्मा ने कहा कि रणइंदर सिंह केवल परावर्तन निदेशालय ही नहीं बल्कि लुधियाना में आयकर संबंधी चल रहे केस को भी गंभीरता से नहीं ले रहे।