राज्यमंत्री डॉ. संजीव बालियान ने मुजफ्फरनगर दंगों पर आई न्यायमूर्ति विष्णु सहाय आयोग की रिपोर्ट को 'राजनीति से प्रेरित' बताते हुए इसे सिरे से खारिज कर दिया। रिपोर्ट को राजनीतिक पूर्वाग्रह का दस्तावेज बताते हुए शुक्रवार को उन्होंने कहा कि यदि उप्र में भाजपा की सरकार आई तो दंगों की सीबीआई जांच कराकर आजम खां को जेल भेजा जाएगा। डॉ. बालियान ने मुजफ्फरनगर में पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि मुजफ्फरनगर दंगे के मुख्य आरोपी आजम खां हैं।
कवाल गांव में दो युवकों की सरेआम हत्या के आरोप में गिरफ्तार लोगों को आजम के ही कहने पर छोड़ा गया था। इसके बाद सपा सरकार ने जिलाधिकारी और एसएसपी का तबादला कर 24 घंटे के लिए पूरे जिले को प्रशासनविहीन बनाए रखा। ऐसे में दंगों के लिए आजम के साथ-साथ मुख्यमंत्री अखिलेश यादव भी जिम्मेदार हैं।केंद्रीय मंत्री ने कहा कि सपा नेताओं के इशारे पर ही एक महीने के भीतर दुष्कर्म के झूठे मुकदमे लिखे गए। दंगे की आड़ में सरकार ने निर्दोष लोगों को फंसाया।
डॉ. बालियान ने यह भी कहा कि यदि दो युवकों के हत्यारों को छोड़ा नहीं जाता तो मुजफ्फरनगर दंगा नहीं होता। उन्होंने सवाल उठाया कि यदि सांप्रदायिक दंगे को जिलाधिकारी और एसएसपी के तबादले का आधार बनाया गया तो शामली में एसपी अब्दुल हमीद का तबादला क्यों नहीं किया गया।डॉ. बालियान ने कहा कि केंद्र सरकार ने यूपी सरकार से मुजफ्फरनगर दंगे की जांच सीबीआई से कराने के लिए कहा था। इसके बावजूद सपा सरकार ने केंद्र की बात को दरकिनार कर दिया।
केंद्रीय कृषि राज्यमंत्री ने भरोसा दिलाया कि यदि उप्र में भाजपा की सरकार आएगी तो मुजफ्फरनगर दंगे की जांच सीबीआई से कराई जाएगी। जांच में पाए जाने वाले दोषियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि भाजपा की सरकार आने के बाद आजम खां का जेल जाना बिल्कुल तय है।