राष्ट्रीय राजधानी के प्रगति मैदान में चल रहे दिल्ली पुस्तक मेले में आठवें दिन बच्चों ने श्रीकृष्ण जन्माष्टमी की छुट्टी का फायदा उठाते हुए मनपसंद किताबें खरीदीं। व्यापारी और नौकरीपेशा लोग भी अपने बच्चों के साथ मेले का लुत्फ लेने प्रगति मैदान पहुंचे और पूरे दिन न सिर्फ किताबों की खरीदारी की, बल्कि पिकनिक का भी मजा लिया। मेले में शनिवार को एमिटी स्कूल के बच्चों ने नुक्कड़ नाटक का मंचन भी किया, जिसका दर्शकों ने जमकर लुत्फ उठाया। नुक्कड़ नाटक के जरिए बच्चों ने 'सेक्स शिक्षा जागरूकता' को बढ़ावा दिया।
नुक्कड़ नाटक के कलाकारों ने उपस्थित लोगों को बताया कि सेक्स का ज्ञान न होने के कारण कई बच्चे सामाजिक बुराइयों में फंसते हैं। बेहतर है कि सही समय पर स्कूल व माता-पिता बच्चों को सेक्स शिक्षा के प्रति जागरूक करें। बच्चों ने उपस्थित लोगों से कहा कि कोई भी शिक्षा अश्लील नहीं होती। बच्चों ने कहा कि स्कूलों में नियमित रूप से सेक्स शिक्षा की कक्षाएं होनी चाहिए। सरकारी स्कूलों में इसकी गोष्ठियां आयोजित होनी चाहिए और सरकार को इसे पाठ्यक्रम में शामिल करना चाहिए।
इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ अल्टरनेट साइंसेज की ओर से 'हेल्थ अवेयरनेस थ्रू एक्यूप्रेशर' विषय पर संगोष्ठी का आयोजन भी किया गया। इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि जगमोहन सचदेवा ने बताया कि वैकल्पिक चिकित्सा से लगभग हर रोग का इलाज किया जा सकता है।