पंजाब सरकार ने प्रति वर्ष एक लाख नवयुवकों को निपुण बनाने के लिए व्यवसायिक प्रशिक्षण देने हेतू एक बड़ा प्रोत्साहन किया है ताकि मोैजूदा व आने वाले समय में नई तकनीक के उद्योगों के लिए आवश्यक व्यवसायिक व हुनरमंद कर्मचारी मिल सकें।पंजाब के तकनीकी शिक्षा व औद्योगिक प्रशिक्षण मंत्री मदन मोहन मित्तल ने आज यहां कहा कि तकनीकी शिक्षा व औद्योगिक प्रशिक्षण विभाग ने राज्य में व्यवसायिक प्रशिक्षण व हुनर के विकास के लिए अहम कदम उठाए हैं ताकि राज्य के विद्यार्थी ऐसे तकनीकी युग में ताजा तकनीकी हुनरमंदी हासिल करने की दौड़ में पिछड़ न जाएं।उन्होंने यह भी बताया कि राज्य के आठ इंजीनियरिंग कालेजों में तकनीकी शिक्षा गुणवत्ता सुधार कार्यक्रम को चालू कर दिया गया है ताकि शिक्षा के स्तर में सुधार हो सकें और विद्यार्थी तकनीकी जानकारी से लबरेज हो सकें। इस कार्य पर 83.90 करोड़ रूपये का खर्च आया है।
मित्तल ने यह भी जानकारी दी कि टोयोटा मोटर्ज़ लिम. के सहयोग से आईटीआई लुधियाना और आईटीआई लालड़ू में बॉडीउ पर पेंट का प्रशिक्षण देने के लिए संस्था स्थापित की गई है। इस अद्भुत उद्यम के शानदार परिणाम निकले हें और इन संस्थाओं में कोर्स पास करके निकलने वाले विद्यार्थि बेहतर नौकरियां प्राप्त करने में सौ प्रतिशत सफल हुए हैं। इतना ही नहीं बल्कि राज्य में दो बहु विषय वाली अकादमियों की स्थापना की गई है और मानसा, होशियारपुर, खूनीमाजरा, बटाला और कपूरथला में पांच संस्थाओं को पंजाब इंन्स्टीच्यूट ऑफ टैक्रोलोजी का नाम दे दिया गया है। इस पर 91.77 करोड़ रूपये खर्च हुए हैं।प्रवक्ता अनुसार जालन्धर व बठिंडा में दो कम्यूनिटी कालेज भी स्थापित किये गये हैं। जिस में हैकने कम्यूनिटी कालेज, लंडन ने विशेष सहयोग किया है। आईटीआई संस्थाओं में दाखिले के लिए ऑन लाईन दाखला सिस्टम भी शुरू किया गया है और इस बावत नाम की एक बैवसाईट भी शुरू की गई है। उनके द्वारा दी जानकारी अनुसार आदमपुर (जालन्धर,) मलोद (लुधियाना), नियारी (गुरदासपुर), मानणपुर सरीफ (मोहाली) और सिंहपुरा (रूपनगर) में पांच आईटीआईज़ संस्थाएं स्थापित की जा रही हैं। पिछड़ी श्रेणी व अन्य पिछड़ी श्रेणियों के विद्यार्थियों को नि:शुल्क प्रशिक्षण प्रदान करने व पोस्ट मैट्रिक छात्रवृति योजना सम्बन्धी जानकारी देेते हुए श्री मित्तल ने बताया कि वर्ष 2014-15 में 14241 विद्यार्थी इसके लाभपात्री बनेंगें और इस सैशन में लगभग 75000 विद्यार्थियों को इंजीनियरिंग कालेजोंं व पोलटैक्रीकल संस्थाओं में तकनीकी शिक्षा नि:शुल्क प्रदान की जाएगी।उन्होंने यह भी जानकारी दी कि केन्द्र सरकार की सहायता से मोहाली में लड़कियों के लिए एक विशेष व्यवसायिक प्रशिक्षण संस्थान और शिक्षार्थी प्रशिक्षण हेतू एक क्षेत्रीय डायरैक्टोरेट की स्थापना भी की जा रही है ताकि महिलाएं भी तकनीकी प्रशिक्षण के क्षेत्र में किसी से पीछे न रह सकें।