पंजाब के उद्योगमंत्री मदन मोहन मित्तल ने यह जानकारी देते हुये बताया कि चीन के निवेशकारों द्वारा पंजाब में बड़े स्तर पर निवेश करने के लिए दिलचस्पी व्यक्त की है। पंजाब सरकार ने चीन के निवेशकारों द्वारा राज्य में औद्योगिक कलस्टर की स्थापना करने संबंधी पेशकश को स्वीकृति दे दी है।अपने हाल के चीन के दौरे संबंधी बात करते हुये श्री मित्तल ने बताया कि वह इस दौरे के दौरान चीन के मुख्य शहरों चांगशा, शैनगन, शिंघाई, बेजिंग का दौरा किया जहां उन्होंने 7 दिनों के दौरान देखा की चीन के निवेशक भारत और विशेषकर पंजाब की औद्योगिक नीतियों के कारण राज्य में निवेश करने के लिए उत्सुक हैं। उनहोंने कहा कि खाद्य प्रसंस्करण, दूरसंचार, कृषि, बॉयो कैमिकल प्लांट और इलैक्ट्रॉनिक से संबंधित उद्योगों के निवेशकों ने पंजाब उद्योग में दिलचस्पी दिखाई है। उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार द्वारा चीन के निवेशकों को पहले ही संपूर्ण सहयोग देने की पेशकश की गई है। और इसके अतिरिक्त उनकी जरूरत के अनुसार भूमि मुहैया करवाने की भी पेशकश की गई है। उन्होंने कहा कि नई औद्योगिक नीति तहत वैट और सी एस टी इंसेंटिव, स्टैंप डियूटी, प्रापर्टी टैक्स और बिज़ली डियूटी माफ करने के अतिरिक्त लाभ कुछ क्षेत्रों में दिये गये हैं कि जैसे कि खाद्य प्रसंस्करण, कपड़ा तथा आई टी क्षेत्र। उन्होंने कहा कि निवेशक पंजाब में उद्योग स्थापित करने के लिए ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं और उनकी मुश्किलों का हल किया जायेगा।
उन्होंने कहा कि अक्तूबर में होने वाले इनवेस्ट पंजाब प्रमोशन समिट में चीन के निवेशक डेलीगेशन मुख्य आकर्षण होंगे। उनहोंने उम्मीद व्यक्त की कि चीन में सरकारी तौर पर की बैठकों के स्वरूप पंजाब में व्यवहारिक आधार पर बड़े स्तर पर निवेश होंगे। उनहोंने आगे बताया कि राज्य सरकार की विकासमयी नीतियों के कारण 15,000 करोड़ रुपये के प्रस्तावित निवेश की 217 प्रस्ताव ब्यूरों को हासिल हुये हैं। उन्होंने बताया कि मैसर्ज इन्फोसिस, अल्ट्राटेक सीमेंट, टी आई टयूबज़, आई टी सी, कारगिल इंडिया, अमूल, महिंद्रा एग्रो तथा सोनालीका ट्रैक्ट्रज़ द्वारा कुछ अह्म प्रस्ताव हासिल हुये हैं। उन्होंने यह भी बताया कि ब्यूरो द्वारा उपरोक्त में से 96 प्रोजेक्टों के लिए स्वीकृतियां ब्यूरो द्वारा एक ही स्थान से ही दी जा चुकी हैं। मंत्री ने यह भी बताया कि पंजाब में चीन द्वारा औद्योगिक ईकाईयां स्थापित करने से जहां रोजगार मिलेगा वहीं ऐसे निवेश से पंजाब को आदर्श राज्य विकसित करने में बहुत मदद मिलेगी।इस अवसर पर अन्य के अतिरिक्त मुख्य सचिव इन्वेस्टमैंट प्रमोशन पंजाब, कर्ण अवतार सिंह, निदेशक-कम -सचिव उद्योग श्री एस आर लद्दड़ और पी एस आई ई सी के प्रबंधकीय निदेशक श्री अमित ढाका भी उपस्थित थे।