ओमान सलतनत के वाणिज्य और उद्योग मंत्री महामहिम डॉ. अली बिन मसौद अल सुनैदी ने कल (अक्टूबर 27, 2014) को राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी से मुलाकात की। इस अवसर पर राष्ट्रपति ने कहा कि ओमान का साथ भारत के संबंध ऐतिहासिक तथा सभ्यता संपर्को की मजबूत बुनियाद पर बना है। हाल के समय में दोनों देशों के संबंधों में आई मजबूती के संदर्भ में भारत ओमान के साथ रणनीतिक साझेदारी की सहराना करता है। भारत और ओमान के बीच द्विपक्षीय व्यापार संबंध 2012-13 के 4.6 बिलियन डॉलर की तुलना में 2013-14 में 5.77 बिलियन डॉलर बढा है। लेकिन क्षमता की दृष्टि से व्यापार अभी भी कम है और दोनों पक्षों को इसे द्विपक्षीय संबंधों की प्रगाढ़ता के उंचे स्तर तक ले जाने की जरूरत हैं। राष्ट्रपति ने कहा कि भारत को इस बात की खुशी है कि चार वर्षो के अंतराल के बाद भारत ओमान संयुक्त आयोग की बैठक हो रही है। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि संयुक्त आयोग की सातवीं बैठक में लाभकारी विचार-विमर्श होगा और इससे भारत तथा ओमान के बीच आर्थिक और व्यापार संबंधों को मजबूत बनाने में मदद मिलेगी।
मेक इन इंडिया अभियान की चर्चा करते हुए राष्ट्रपति ने ओमान की सार्वजनिक और निजी क्षेत्रों की कम्पनियों को भारतीय आधारभूत संरचना तथा अन्य क्षेत्रों में निवेश का निमंत्रण दिया। राष्ट्रपति ने पाईरेसी विरोधी कार्रवाइयों में समर्थन के लिए ओमान के प्रति आभार व्यक्त किया और कहा कि भारत महामहिम ओमान के सुलतान की भारत यात्रा के प्रति आशान्वित है। ओमान के वाणिज्य और उद्योग मंत्री डॉ. सुनैदी ने कहा कि भारत जैसी मित्र ने ओमान की अर्थव्यस्था को ईंधन दिया है और उसके विकास में सहायता की है। उन्होंने ओमान की अर्थव्यस्था में योगदान करने वाले भारतीय समुदाय और भारतीय पेशेवर लोगों के प्रति सम्मान व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि युवाओं की दिलचस्पी को ध्यान में रखते हुए दोनों देशों को फिर से जुड़ने की आवश्यकता है।