रेल मंत्री डी. वी. सदानंद गौड़ा ने ग्लास्गो राष्ट्रमंडल खेलों-2014 में देश के लिए पदक जीतने वाले रेलवे के खिलाड़ियों को शुक्रवार को नई दिल्ली में आयोजित एक समारोह में नकद पुरस्कार प्रदान किए। स्वर्ण पदक जीतने वाले खिलाड़ियों को 25 लाख रुपए, रजत पदक विजेताओं को 20 लाख रुपए और कांस्य पदक जीतने वाले खिलाड़ियों को 15 लाख रुपए की नकद धनराशि प्रदान की गई। इस अवसर पर रेल मंत्री ने कहा कि इन खिलाड़ियों ने देश का सिर गर्व से ऊंचा किया है। गौड़ा ने कहा, "रेलवे खेल संवर्धन बोर्ड (आरएसपीबी) के 1928 में गठन के बाद से भारतीय रेलवे ने मजबूती से खेल को बढ़ावा दिया है। हर वर्ष रेलवे में करीब 500 खिलाड़ियों की भर्ती की जाती है। भारतीय रेलवे देश में सर्वश्रेष्ठ प्रतिभाओं की तलाश करने और उन्हें बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है।"रेलवे के खिलाड़ियों को राष्ट्रमंडल खेलों में उनके उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए बधाई देते हुए रेल मंत्री ने आश्वासन दिया है कि आरएसपीबी उन्हें हरसंभव सहायता प्रदान करता रहेगा ताकि वे इस क्षेत्र में उत्कृष्टता बनाए रखें।
समारोह में उपस्थित रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष अरुणेंद्र कुमार ने भी खिलाड़ियों को बधाई दी। राष्ट्रमंडल खेलों में भारत द्वारा जीते गए 64 पदकों में से रेलवे के खिलाड़ियों ने नौ पदक दिलाए। उत्तर रेलवे के सुशील कुमार ने कुश्ती में और दक्षिण रेलवे के सतीश शिवलिंगम ने भारोत्तोलन में स्वर्ण पदक जीता। उत्तर रेलवे के मंदीप जांगड़ा ने मुक्केबाजी में, मध्य रेलवे की निशानेबाज सुश्री आयोनिका पॉल और उत्तर रेलवे के राजीव तोमर ने कुश्ती में रजत पदक जीचे। रजत जीतने वाली भारतीय पुरुष हॉकी टीम के सदस्य पश्चिम रेलवे के चिंग्लेनसांणा सिंह भी रजत पदक विजेताओं में शुमार किए गए। इनके अलावा उत्तर पश्चिम रेलवे की सुश्री पिंकी रानी ने मुक्केबाजी में, उत्तर पूर्वी रेलवे की सुश्री स्वाति सिंह और पश्चिम रेलवे के ओंकार ओटारी ने भारोत्तोलन में कांस्य पदक जीता। रेलवे बोर्ड के सदस्य और आरएसपीबी के अध्यक्ष ए. के. मित्तल ने कहा कि रेल मंत्री द्वारा उदारतापूर्वक दिए गए पुरस्कारों से रेलवे खिलाड़ियों को अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने के लिए प्रोत्साहन मिलेगा।