उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने कुपवाड़ा जिले में सरकार की पहल और विकास कार्यों की प्रगति की समीक्षा हेतु एक बैठक की अध्यक्षता की।उपराज्यपाल ने वरिष्ठ अधिकारियों को सीमावर्ती गांवों का दौरा करने और चुनौतियों और अवसरों के जमीनी आकलन के लिए रात भर वहां रुकने और गांवों को मुख्य धारा में लाने हेतु गतिविधियों, कार्यक्रमों और नवीन उपायों की योजना बनाने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि समावेशी विकास के लिए सभी विभागों द्वारा सम्मिलित एवं समन्वित कार्यवाही सुनिश्चित की जानी चाहिए।
उपराज्यपाल ने सरकारी योजनाओं की संतृप्ति के क्षेत्र-वार प्रदर्शन का मूल्यांकन किया और जिला प्रशासन की शीतकालीन तैयारियों और विभाग-वार कार्य योजना की भी समीक्षा की।उन्होंने अधिकारियों को महिला साक्षरता दर बढ़ाने के लिए ठोस कदम उठाने और यह सुनिश्चित करने के निर्देश दिए कि कोई भी बच्चा शिक्षा से वंचित न रहे। उन्होंने शिक्षा क्षेत्र में शिक्षकों के उचित युक्तिकरण और जनशक्ति के उपयोग का भी निर्देश दिया।
स्वास्थ्य क्षेत्र की समीक्षा करते हुए उपराज्यपाल ने स्वास्थ्य सेवाओं के विस्तार में कमियों की पहचान करने और सुधारात्मक उपाय करने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि गोल्डन कार्डों की संतृप्ति के लिए विशेष शिविर आयोजित किए जाने चाहिए और जहां भी आवश्यकता हो, चिकित्सा सेवाओं के ऑनलाइन परामर्श का प्रावधान उपलब्ध करवाया जाना चाहिए।
उपराज्यपाल ने मुख्य अभियंता पीडब्ल्यूडी को बर्फ हटाने के लिए एसओपी तैयार करने और सर्दियों के दौरान चैबीसों घंटे कनेक्टिविटी सुनिश्चित करने का निर्देश दिया। उन्होंने सड़क रखरखाव और पुलों के सुरक्षा विश्लेषण के बारे में भी जानकारी ली।लोगों की बिजली आपूर्ति जरूरतों को पूरा करने पर जोर देते हुए उपराज्यपाल ने संबंधित अधिकारियों को ट्रांसफार्मर का उचित स्टॉक बनाए रखने का निर्देश दिया। उन्होंने यह भी निर्देश दिये कि शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में खराब ट्रांसफार्मरों को क्रमशः 12 एवं 24 घंटे के अन्दर बदला जाये।
बुनियादी ढांचा परियोजनाओं की स्थिति का जायजा लेते हुए, उपराज्यपाल ने संबंधित अधिकारियों से ट्रांजिट आवास के निष्पादन में तेजी लाते हुए परियोजनाओं को समयबद्ध तरीके से पूरा करने को कहा। उन्होंने जिला अधिकारियों को जिले में समग्र कृषि विकास कार्यक्रम के प्रभावी कार्यान्वयन के भी निर्देश दिये।उपराज्यपाल ने जल जीवन मिशन के तहत चल रही परियोजनाओं, सड़क संपर्क, पीएम किसान, स्वच्छता अभियान, समृद्ध सीमा योजना, एनसीडी स्क्रीनिंग, जनपहंुच कार्यक्रम, वित्तीय सहायता का विस्तार और विभिन्न विभागों द्वारा वितरण की संतृप्ति की स्थिति का भी मूल्यांकन किया।
बैठक में डीडीसी कुपवाड़ा के अध्यक्ष इरफान सुल्तान पंडितपोरी, मुख्य सचिव डॉ. अरुण कुमार मेहता, उपराज्यपाल के प्रमुख सचिव डॉ. मनदीप भंडारी, संभागीय आयुक्त कश्मीर विजय कुमार बिधूड़ी, सचिव राजस्व डॉ. पीयूष सिंगला, उपायुक्त कुपवाड़ा सुश्री आयुषी सूदन, एचओडी और वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।