भारतीय पुरुष हॉकी टीम के कप्तान हरमनप्रीत सिंह ने कहा है कि इस वर्ष एशियाई खेलों से पहले एशियाई चैंपियंस ट्रॉफी टीम के लिए कड़ी परीक्षा होगी।प्रतिष्ठित एशियन चैंपियंस ट्रॉफी का आयोजन 3 से 12 अगस्त तक होगा जबकि हांगझाऊ एशियाई खेल सितम्बर में होंगे जहाँ टीम स्वर्ण पदक जीतकर 2024 के पेरिस ओलंपिक्स के लिए सीधे क्वालीफाई करने की कोशिश करेगी।
कप्तान ने कहा, "हममें से कईओं के लिए यह चेन्नई में पहली बार खेलना होगा। मुझे याद है कि हमारे सीनियर्स 2007 में चेन्नई में हुए एशिया कप के बारे में बात करते थे जो भारत के लिए बड़ा टूर्नामेंट था। हमने सफलतापूर्वक अपने खिताब का बचाव किया था।"
हरमनप्रीत ने कहा, "एशियाई चैंपियंस ट्रॉफी से हमें यह आंकने का मौका मिलेगा कि हम उन टीमों के खिलाफ कहाँ खड़े हैं जिनके साथ हमें एशियाई खेलों में खेलना है। यह टीम के लिए एशियाई खेलों से पहले असली परीक्षा होगी।"उन्होंने कहा, "एशियाई चैंपियंस ट्रॉफी से हमें अपने विरोधियों को जानने का मौका मिलेगा और फिर हम एशियाई खेलों के लिए बेहतर तैयारी कर सकते हैं जहाँ हमारा लक्ष्य स्वर्ण पदक जीतकर सीधे पेरिस ओलंपिक्स के लिए क्वालीफाई करना होगा।"
कोरिया और मलेशिया ने भुवनेश्वर-राउरकेला में हॉकी विश्व कप में अच्छी फॉर्म दिखाई थी, हरमनप्रीत ने कहा कि प्रतियोगिता में नजदीकी मुकाबला होगा।भारत ने 2011 में एशियन चैंपियंस ट्रॉफी का पहला संस्करण जीता था और 2016 में पाकिस्तान को हराकर खिताब जीता था।
भारत 2018 में अगले संस्करण में पाकिस्तान के साथ संयुक्त विजेता रहा था जब मस्कट में फाइनल में बारिश से बाधा पड़ी थी। 2021 में ढाका में हुए पिछले संस्करण में भारत ने कांस्य पदक जीता था।